शक्तिकांत दास बने प्रधानमंत्री मोदी के नए प्रधान सचिव: अनुभव और विश्वास के साथ नई जिम्मेदारी

शक्तिकांत दास बने प्रधानमंत्री मोदी के नए प्रधान सचिव: अनुभव और विश्वास के साथ नई जिम्मेदारी
Tarun Pareek
राजनीति 0 टिप्पणि
शक्तिकांत दास बने प्रधानमंत्री मोदी के नए प्रधान सचिव: अनुभव और विश्वास के साथ नई जिम्मेदारी

शक्तिकांत दास की नव नियुक्ति का महत्व

सरकारी प्रशासन में एक और नया फेरबदल देखने को मिला है, जब पूर्व रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव-2 के रूप में नियुक्त किया गया। यह प्रधानमंत्री कार्यालय में पहली बार इस विशेष पद की स्थापना की गई है। इस पद के माध्यम से दास प्रधानमंत्री के साथ उनकी कार्यकाल के अंत तक या आगे किसी नए आदेश तक अपनी सेवाएं देंगे।

शक्तिकांत दास में लगभग 40 वर्षों का प्रशासनिक अनुभव है और उन्होंने तमिलनाडु कैडर के 1980 बैच के IAS अधिकारी के रूप में कई महत्वपूर्ण विभागों में सेवाएं दी हैं। वित्त, कराधान, और अवसंरचना क्षेत्रों में उनके द्वारा निभाई गई भूमिकाएं अत्यंत महत्वपूर्ण रही हैं। उनका सबसे यादगार योगदान 2016 में नोटबंदी के दौरान था, जब उन्होंने बाजार को स्थिर करने के प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

नोटबंदी से लेकर महामारी तक

नोटबंदी से लेकर महामारी तक

नोटबंदी के दौरान दास ने भारतीय रिजर्व बैंक के साथ समन्वय स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई, जिससे अर्थव्यवस्था को बड़ी चुनौती का सामना करने में सहायता मिली। इसके अतिरिक्त, कोरोना महामारी के समय भी उन्होंने आर्थिक स्थिरता को बनाए रखने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की विभिन्न नीतियों का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया।

2018 से 2023 तक RBI गवर्नर के रूप में उनकी सेवा ने न केवल सरकार और बैंक के रिश्ते को पुनः स्थापित किया, बल्कि बाजार और अन्य भागीदारों के साथ बेहतर संवाद को भी बढ़ावा दिया। दिल्ली स्थित सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इतिहास में स्नातकोत्तर की पढ़ाई करने वाले दास सरकार में संकट प्रबंधन और रणनीतिक सोच के लिए जाने जाते हैं।

प्रधानमंत्री द्वारा यह नियुक्ति दास के अनुभव और संकट प्रबंधन में उनके विश्वास को ही नहीं, बल्कि उनकी नीति सततता और गहन समझ को भी दर्शाती है।

ऐसी ही पोस्ट आपको पसंद आ सकती है