दिल्ली में रिकॉर्ड ऊँचे तापमान की दस्तक: 52.3°C तक पहुंचा पारा

Ranjit Sapre मई 30, 2024 समाचार 8 टिप्पणि
दिल्ली में रिकॉर्ड ऊँचे तापमान की दस्तक: 52.3°C तक पहुंचा पारा

दिल्ली में तापमान ने तोड़ा रिकॉर्ड, पहुंचा 52.3 डिग्री सेल्सियस

मई 29, 2024 को दिल्ली में तापमान ने अपने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए, जब मंगेशपुर स्थित एक ऑटोमैटिक मौसम स्टेशन ने 52.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया। यह रीडिंग दिल्ली के इतिहास में किसी भी दर्ज की गई सबसे उच्चतम तापमान से काफी अधिक थी। हालांकि, इस रिकॉर्ड तापमान की सत्यता पर अब सवाल खड़े किए जा रहे हैं। भारत मौसम विभाग (IMD) इस रीडिंग की जांच कर रहा है क्योंकि उन्हें संदेह है कि या तो सेंसर में कोई समस्या हो सकती है या कुछ स्थानीय परिस्थितियों ने इस अत्यधिक तापमान का कारण बनाया हो सकता है।

दिल्ली एनसीआर में सामान्य से अधिक तापमान

इस उच्चतम तापमान की तुलना में, दिल्ली एनसीआर में अन्य भागों में दर्ज तापमान 45.2°C से 49.1°C के बीच था। दिल्ली के 20 निगरानी स्टेशन के औसत तापमान 45°C से 50°C के दायरे में था। इससे स्पष्ट होता है कि मंगेशपुर में दर्ज तापमान सामान्य से बहुत अधिक था। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने भी ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी कि IMD इस रीडिंग को सत्यापित कर रहा है और यह संभवतः त्रुटिपूर्ण हो सकता है।

अतीत का उच्चतम तापमान और बढ़ती मांग

इससे पहले, दिल्ली में सबसे उच्चतम तापमान मई 28 को 49.9°C दर्ज किया गया था, जो पिछले 100 वर्षों में सबसे अधिक था। यह तापमान भी हर किसी को हैरान कर गया था और राजधानी के बाशिंदों को अत्यधिक गर्मी का सामना करना पड़ा था। हाल के दिनों में, दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में तापमान सामान्य से 9 डिग्री तक अधिक दर्ज किया गया है। यह अत्यधिक गर्मी बिजली की मांग में भी काफी बढ़ोत्तरी का कारण बनी, जिसके चलते दिल्ली का शिखर बिजली मांग 8302 मेगावाट तक पहुँच गया, जो अब तक का अधिकतम रहा है।

अत्यधिक गर्मी से परेशान दिल्ली को मिली थोड़ी राहत

हालांकि, IMD ने कुछ क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी की सूचना दी है, जिसने राजधानी के निवासियों को थोड़ी राहत दी है। यह बारिश हल्की थी लेकिन यह काफी हद तक इस भीषण गर्मी को कम करने में सफल रही। विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून की पहली बारिश से इसके बाद के दिनों में थोड़ी और राहत मिल सकती है, लेकिन तब तक दिल्लीवासियों को अत्यधिक गर्मी का सामना करना पड़ेगा।

विशेषज्ञ यह भी सलाह दे रहे हैं कि इस प्रकार की उच्च तापमान की स्थिति में सबसे अच्छा उपाय यह है कि लोग घर के अंदर रहें, धूप में बाहर कम निकलें और खुद को हाइड्रेटेड रखें। अत्यधिक गर्मी के चलते हीट स्ट्रोक और अन्य स्वास्थ्य समस्या होने की संभावना अधिक होती है। इसके चलते, चिकित्सा विशेषज्ञों ने लोगों को ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ पीने और बहुत जरुरी न हो तो धूप में बाहर ना जाने की सलाह दी है।

दिल्ली में मौसम पूर्वानुमान और आगे की स्थिति

IMD ने अगले कुछ दिनों के मौसम के बारे में भी चेतावनी दी है। दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में तापमान उच्च स्तर पर बने रहेंगे। मौजूदा स्थिति को देखते हुए, IMD ने हेल्थ एडवाइजरी भी जारी की है, जिसमें लोगों से कहा गया है कि ज्यादा से ज्यादा समय घर के अंदर बिताएं और धूप से बचाव करें। इसके साथ ही, बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान देने की सलाह दी गई है।

उच्च तापमान और बिजली की मांग को देखते हुए, दिल्ली सरकार ने भी कुछ कदम उठाए हैं। लोगों से बिजली के संयोजनों का सही उपयोग करने और बेवजह बिजली बर्बाद ना करने की अपील की गई है। इसके अलावा, बिजली वितरण कंपनियों को भी इस अत्यधिक मांग के मद्देनजर कुछ उपाय करने को कहा गया है।

दिल्लीवासियों के लिए उचित उपाय

इस अत्यधिक गर्मी के दौरान लोगों को कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है। धूप में बाहर जाने से बचें और यदि बाहर जाना ही पड़े तो सिर और शरीर को कवर करें। हल्के और सूती कपड़े पहनें, जिससे शरीर का तापमान नियंत्रित रहे। प्रचुर मात्र में पानी और तरल पदार्थों का सेवन करें, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो। फलों और सब्जियों का सेवन अधिक करें और जितना हो सके एयर कंडीशनर या कूलर का उपयोग करें।

यह समय दिल्लीवासियों के लिए एक चुनौतीपूर्ण है, लेकिन सही सावधानियां और उपायों का पालन करके इस अत्यधिक गर्मी से बचा जा सकता है। सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों द्वारा भी गर्मी से निपटने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं।

तो, यह दिल्ली के लिए एक कठिन दौर है और हमें मिलकर इस चुनौती का सामना करना है। उम्मीद है कि जल्दी ही मानसून की बारिश हमें इस अत्यधिक गर्मी से राहत दिलाएगी।

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8 टिप्पणि

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    sourabh kumar

    मई 30, 2024 AT 20:12

    भाई लोग, ऐसे रिकॉर्ड देखकर तो बस आश्चर्य ही है! 52.3 डिग्री तो हम सभी के लिए एक चेतावनी है कि गर्मी का असर कितना धक्का मार रहा है। थोड़ा जल्दी से एसी चालू करो और पानी ज्यादा पीते रहो। वैसे मैं सोच रहा हूँ, क्या ये सेंसर की गड़बड़ी नहीं है? भरोसा नहीं कर रहा IMIMD को, पर फिकर न करो, हम सब मिलके इस कोल्ड ड्रिंक से ठंडक लेंगे 😎

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    khajan singh

    मई 30, 2024 AT 20:28

    समुदाय के सभी सदस्यों को नमस्ते! इस अत्यधिक तापमान के आंकड़े देखकर हमें क्लाइमैट मॉड्यूल में उपयोग होने वाले एट्मॉस्फेरिक जार्गन याद आ गया 📊। अगर सेंसर में कुछ गड़बड़ी है तो हमें रीयल-टाइम डेटा कॉर्रेक्शन टूल्स को एन्हांस करना चाहिए। लेकिन अभी के लिए, हाइड्रेशन को प्राइमरी फोकस बनाओ और खुद को कूल रखो! 🙂

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    Dharmendra Pal

    मई 30, 2024 AT 20:45

    उच्च तापमान का असर सीधे ऊर्जा मांग पर पड़ता है। इस कारण बिजली की खपत में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। लोगों को सलाह दी जाती है कि एसी की सेटिंग को अनावश्यक रूप से हाई न रखें। पानी की मात्रा बढ़ाने से हाइड्रेशन में मदद मिलती है। स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां लेने से हीट स्ट्रोक का जोखिम कम किया जा सकता है।

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    Rajshree Bhalekar

    मई 30, 2024 AT 21:02

    ये गर्मी तो मेरे दिल को भी पिघला रही है।

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    Ganesh kumar Pramanik

    मई 30, 2024 AT 21:18

    भाईयो, इस रिकॉर्ड को देख के लगता है जैसे वो सेंसर खुद जलना चाहता हो! टेंशन लो मत, पर एसी चालू रखने में अगर बिजली कटती रही तो फिर क्या? अब तो हर घर में पंखा फ्रीज मोड पर चलाना पड़ेगा। वर्तूली केस में तो अड़चनें ही अड़चनें हैं, डाटा को ठीक से कलेक्ट करो वरना पूरी सिटी में गैस्बे बर्न हो जाएगी।

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    Abhishek maurya

    मई 30, 2024 AT 21:35

    सबसे पहले, हमें इस प्रकार की अत्यधिक तापमान रिपोर्ट को बिना पर्याप्त वैधता के जनता को प्रस्तुत करने से बचना चाहिए। ऐसा प्रतीत होता है कि मंगेशपुर के सेंसर में तकनीकी त्रुटि या कैलिब्रेशन की कमी हो सकती है। कई विशेषज्ञों ने पहले ही बताया है कि इस तरह के आंकड़े अक्सर स्थानीय माइक्रोक्लाइमेट प्रभावों से प्रभावित होते हैं। फिर भी, प्रत्येक नागरिक को व्यक्तिगत स्तर पर सावधानी बरतनी चाहिए, जैसे पर्याप्त जल सेवन। यह भी उल्लेखनीय है कि बिजली की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिससे ग्रिड पर तनाव बढ़ गया। सरकार को ऊर्जा बचत के लिए प्रतिबंधात्मक उपाय अपनाने चाहिए। नवीनतम मौसम विज्ञान के अनुसार, आगामी दिनों में हल्की बारिश की संभावना है, लेकिन यह पर्याप्त राहत नहीं दे पाएगी। इस समस्या के समाधान में शहरी नियोजन, हरित क्षेत्रों की वृद्धि, और इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार अनिवार्य हैं। साथ ही, सामाजिक जागरूकता अभियानों को बढ़ावा देना चाहिए। अंत में, डेटा की सटीकता पर भरोसा करने से पहले, हमें वैज्ञानिक संस्थाओं की रिपोर्टों को पुनः जांचना आवश्यक है। केवल तब ही हम जनता को सही दिशा निर्देश दे सकते हैं। ये सभी बिंदु एक साथ मिलकर इस संकट को संभालने की नींव रखेंगे।

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    Sri Prasanna

    मई 30, 2024 AT 21:52

    भाई लोगों यह थी थ्रिलिंग नहीं बल्कि एक बड़ी लापरवाही है। मौसमी डेटा को सटीकता से रिपोर्ट करना चाहिए, नहीं तो लोगों को बेवकूफ़ी में फँसा देते हैं। आलोचनात्मक सोच से काम लेना जरूरी है, और यहाँ ऑपरेटर्स ने बहुत बड़ी भूल की है।

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    Sumitra Nair

    मई 30, 2024 AT 22:08

    🌧️ माननीय नागरिकों, इस अत्यंत तापीय दौर में हम सभी को आध्यात्मिक एवं प्रायोगिक शीतलता की आवश्यकता है। जैसे गरमी के संग्राम में हमें कवच धारण करना चाहिए, वैसे ही ज्ञान का प्रकाश हमें मार्गदर्शन करता है। कृपया सभी कृपापूर्ण आत्माओं से विनती है कि जल के शुद्ध स्रोतों को संरक्षित रखें एवं जल आपूर्ति में सहयोग दें। 🙏

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