फ्रांस के खिलाफ न्यू कैलेडोनिया में मतदान नियमों को लेकर हिंसक प्रदर्शन, चार की मौत, सैकड़ों घायल

फ्रांस के खिलाफ न्यू कैलेडोनिया में मतदान नियमों को लेकर हिंसक प्रदर्शन, चार की मौत, सैकड़ों घायल
Tarun Pareek
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फ्रांस के खिलाफ न्यू कैलेडोनिया में मतदान नियमों को लेकर हिंसक प्रदर्शन, चार की मौत, सैकड़ों घायल

फ्रांसीसी प्रशांत द्वीप क्षेत्र न्यू कैलेडोनिया में नए मतदान नियमों के विरोध में हिंसक प्रदर्शन भड़क उठे हैं जिसमें कम से कम चार लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों घायल हुए हैं। प्रदर्शनकारियों का सुरक्षा बलों से टकराव हो रहा है। 3 लाख से अधिक आबादी वाले इस द्वीप पर स्वदेशी कनाक लोग केवल 40% हैं और उन्होंने लंबे समय से फ्रांसीसी शासन का विरोध किया है।

हाल ही में किए गए विधायी परिवर्तनों के तहत हजारों नए फ्रांसीसी आगंतुकों को मतदाता सूची में शामिल किया गया है। स्वदेशी समूहों का तर्क है कि यह उनकी स्वशासन की मांग को कमजोर करेगा। फ्रांसीसी संसद के इस फैसले से कनाक लोग नाराज हैं कि एक दशक या उससे अधिक समय से न्यू कैलेडोनिया में रह रहे फ्रांसीसी निवासियों को भी मतदान का अधिकार दिया जाए। वे इसे अपनी स्वतंत्रता की आकांक्षा के लिए खतरा मानते हैं।

मंगलवार को संसद के फैसले के बाद शुरू हुए प्रदर्शनों में तीन स्वदेशी लोगों और एक फ्रांसीसी सुरक्षा अधिकारी की मौत हो गई है। 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कई प्रदर्शन नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है। इस दौरान लूटपाट, आगजनी की घटनाएं हुई हैं। स्कूल, हवाई अड्डे बंद हैं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिकटॉक पर भी पाबंदी लगा दी गई है।

स्वदेशी लोगों की स्वतंत्रता की मांग

कनाक लोग लंबे समय से फ्रांस से स्वतंत्रता की मांग करते आ रहे हैं। फरवरी से ही नौमिया में प्रदर्शन चल रहे हैं जिनका नेतृत्व कार्रवाई समन्वय इकाई (CCAT) और कनाक और समाजवादी राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा (FLNKS) कर रहे हैं। वे 'कनाकी' नाम के नए देश की मांग कर रहे हैं।

न्यू कैलेडोनिया में स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कोई नई बात नहीं है। 1990 के दशक में भी ऐसी ही अशांति के बाद 1998 में नौमिया समझौता हुआ था जिसके तहत पेरिस ने 20 साल में क्षेत्र और उसकी स्वदेशी आबादी को अधिक राजनीतिक शक्ति देने का वादा किया था। इस समझौते ने स्वतंत्रता पर तीन जनमत संग्रहों का भी रास्ता खोला जो 2018, 2020 और 2021 में हुए।

स्वतंत्रता पर जनमत संग्रह

तीनों जनमत संग्रहों में बहुमत ने स्वतंत्रता को खारिज कर दिया जिससे फ्रांस को क्षेत्र की सेना, आव्रजन, विदेश नीति, अर्थव्यवस्था और चुनावों पर नियंत्रण बनाए रखने की अनुमति मिली। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने शांति और संवाद का आह्वान किया है। उन्होंने फ्रांसीसी प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को न्यू कैलेडोनिया में फ्रांस विरोधी राजनीतिक दलों से बातचीत शुरू करने का आदेश दिया है।

हालांकि, प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई जारी है। CCAT के 10 नेताओं को नजरबंद किया गया है। स्वतंत्रता समर्थक गठबंधन FLNKS ने बुधवार को हिंसा खत्म करने का आह्वान किया है लेकिन यह अनिश्चित है कि वे समझौते के लिए तैयार होंगे।

न्यू कैलेडोनिया की जनसांख्यिकी

जनसंख्या प्रतिशत
कनाक लोग 40%
अन्य 60%

फ्रांसीसी सरकार ने अशांति को काबू करने के लिए आपातकाल घोषित कर दिया है और अतिरिक्त सैन्य एवं पुलिस बल तैनात किए हैं। व्यवस्था बहाल करने के लिए 500 कर्मियों को भेजा गया है। लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं मान रहे और हिंसा जारी है। कई नेताओं को हिरासत में लिया गया है।

फ्रांस के खिलाफ स्वदेशी लोगों के गुस्से को देखते हुए यह संकट जल्द खत्म होता नहीं दिख रहा। दोनों पक्षों को संयम बरतने और बातचीत के जरिए समाधान निकालने की जरूरत है ताकि न्यू कैलेडोनिया में शांति और स्थिरता कायम हो सके।

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