राजिनीकांत की 'कूली': कहानी, कास्ट और Aamir Khan की एंट्री क्यों बनी बड़ी खबर
इंडिपेंडेंस डे वीकेंड पर आई 'कूली' ने दो मोर्चों पर हलचल मचाई—थिएटर के बाहर टिकट खिड़कियों पर और सोशल मीडिया पर Aamir Khan की अचानक उपस्थिति को लेकर. यह 2025 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली तमिल फिल्म बनी और चर्चा के केंद्र में रहा Aamir का 'दहा' नाम का किरदार, जो क्राइम सिंडिकेट की ऊपरी परत में बैठा दिखता है. स्क्रीन टाइम कम है, लेकिन असर बड़ा—क्लाइमेक्स के आसपास उनकी एंट्री कहानी की दिशा मोड़ देती है और पैन-इंडिया दर्शकों की उत्सुकता बढ़ाती है. कई दिनों की अटकलों के बाद यह साफ हुआ कि उनका रोल कैमियो ही है, मगर रणनीतिक रूप से रखा गया है ताकि सरप्राइज बने और स्टार पावर का फायदा भी मिले.
फिल्म में राजिनीकांत 'देवा' बने हैं—एक पूर्व कूली यूनियन लीडर, जो अपने दोस्त की रहस्यमयी मौत की पड़ताल में उतरते हैं. जांच उन्हें सीधे एक संगठित अपराध गैंग के सामने ला खड़ा करती है. ट्रकों की कतारें, डॉक्स पर मजदूरों का शोर और सत्ता-सांठगांठ की भूलभुलैया—देवा इस दुनिया का सामना अपने अंदाज में करते हैं. यहां मसाला और मेटल टकराते हैं—फुल-थ्रोटल एक्शन, तेज कट्स और बड़े-बड़े सेट-पीसेज. नागार्जुन अक्किनेनी मुख्य विरोधी कैम्प की कमान संभाले नजर आते हैं, जबकि दहा यानी Aamir उस सिंडिकेट के ऊपरी स्तर का चेहरा है—दो परतों वाला खतरा, जो देवा के मिशन को और पेचीदा बनाता है.
कास्ट की चौड़ाई 'कूली' की एक बड़ी ताकत है. उपेंद्र, सौबिन शाहिर, श्रुति हासन, सत्यराज और रचित शेट्टी (रचिता राम) जैसे नाम कहानी को अलग-अलग रंग देते हैं. पूजा हेगड़े का स्पेशल अपीयरेंस और उनका गाना 'मोनिका' रिलीज के साथ ही रील्स और शॉर्ट्स पर छा गया—कोरियोग्राफी और बीट ने गाने को पार्टी ऐंथम बना दिया. यह वही स्मार्ट प्लेसमेंट है जो थिएटर फुटफॉल और डिजिटल बातचीत दोनों को गति देता है.
निर्देशक लोकैश कनगराज की सिग्नेचर स्टाइल—ग्रिटी ट्रीटमेंट, लो-लाइट फ्रेम्स और तेज रफ्तार एडिटिंग—यहां भी महसूस होती है. 'कैथी' और 'विक्रम' से उन्होंने जो टेम्पो और टोन सेट किया था, 'कूली' उसी ऊर्जा को एक अलग सामाजिक धरातल पर ले जाती है. हालांकि यहां फोकस अपराध-जगत और मेहनतकशों के शोषण पर है, इसलिए संवादों और सेटिंग में ग्राउंडेड रियलिटी का स्पर्श मिलता है.
प्रोडक्शन जर्नी भी रोचक रही. 2023 के सितंबर में 'थलाइवर 171' के वर्किंग टाइटल के साथ घोषणा हुई, अप्रैल 2024 में नाम 'कूली' तय किया गया. जुलाई 2024 से मार्च 2025 तक चेन्नई, हैदराबाद, विशाखापत्तनम, जयपुर और बैंकॉक में शूट हुआ—यानी पोर्ट, इंडस्ट्रियल यार्ड और अर्बन नाइटस्केप्स का मिला-जुला दृश्यबंध. सन पिक्चर्स के कलानिथि मारन ने प्रोड्यूस किया, जबकि पेन स्टूडियोज ने डिस्ट्रीब्यूशन संभाला. तकनीकी टीम में अनिरुद्ध रविचंदर (म्यूजिक), गिरीश गंगाधरन (डीओपी) और फिलोमिन राज (एडिटर) की तिकड़ी है—तीनों का तालमेल स्क्रीन पर साफ झलकता है.
साउंडट्रैक में तीन प्रमुख सिंगल—'चिकितु', 'मोनिका' और 'पावरहाउस'—ने मार्केटिंग की रफ्तार पकड़े रखी. अनिरुद्ध का सिंथ-ड्रिवन बैकग्राउंड स्कोर और परकशन-हैवी ड्रॉप्स बड़े कैनवास वाले सेट-पीसेज को ऊर्जा देते हैं. 'मोनिका' का वायरल होना ट्रैक्शन का सूचक है—कदम-कदम पर डांस हुक्स और कैची कोरस. सोशल मीडिया पर सैकड़ों डांस कवर और रील्स ने फिल्म की रीच को तमिल से आगे हिंदी, कन्नड़ और तेलुगु ऑडियंस तक खींचा.
- लीड: राजिनीकांत (देवा)
- स्पेशल कैमियो: Aamir Khan (दहा)
- विलेन कैम्प: नागार्जुन अक्किनेनी
- एंसेंबल: उपेंद्र, सौबिन शाहिर, श्रुति हासन, सत्यराज, रचिता राम
- स्पेशल डांस अपीयरेंस: पूजा हेगड़े ('मोनिका')
रिलीज टाइमिंग भी समझदारी भरी रही. 14 अगस्त 2025 को 'कूली' थिएटर्स में उतरी और उसी वीकेंड पर विशाल कमाई दर्ज की. सामने अयान मुखर्जी की 'वॉर 2' जैसी हाई-वोल्टेज एक्शन फिल्म भी थी, फिर भी 'कूली' ने पोजिशनिंग नहीं खोई. पब्लिक हॉलिडे, फैमिली फुटफॉल और स्टार कॉम्बिनेशन—तीनों ने ओपनिंग को बूस्ट दिया.
बॉक्स ऑफिस, रिव्यू और स्ट्रीमिंग: किसने क्या कहा और आगे क्या
कमाई के आंकड़े साफ तस्वीर पेश करते हैं. फिल्म ने भारत में ₹336.2 करोड़ और वर्ल्डवाइड ₹514.65 करोड़ जुटाए. 2025 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली तमिल फिल्म, उसी साल की ऑल-इंडिया लिस्ट में तीसरे नंबर पर और तमिल सिनेमा के ऑल-टाइम टॉप ग्रॉसर्स में चौथे नंबर पर जा बैठना—यह उपलब्धियां बताती हैं कि कंटेंट और स्टारडम सही तालमेल में थे. ट्रेड सर्किट में इसे फेस्टिव स्लॉट की सबसे सफल बुकिंग माना जा रहा है.
रिव्यूज मिले-जुले लेकिन पॉजिटिव की ओर झुके रहे. परफॉर्मेंसेज—खासकर राजिनीकांत का कमांडिंग स्क्रीन प्रेजेंस—और कुछ हाई-ऑक्टेन एक्शन सेट-पीसेज खूब सराहे गए. आलोचना भी आई—कहीं-कहीं फॉर्मूला-हेवी मोड़, क्लिशे सिचुएशंस और सेकंड हाफ में परिचित ट्रॉप्स. पर परिवार और फैंस के लिए यह पैकेज डिलीवरी मोड में है: बड़े स्टार, बड़ी लड़ाई, बड़े इमोशंस.
Aamir Khan का कैमियो फिल्म की मार्केटिंग और बातचीत का केन्द्र बना रहा. क्यों? क्योंकि हिंदी बेल्ट में उनकी फॉलोइंग विशाल है और तमिल सिनेमा के साथ ऐसा हाई-प्रोफाइल क्रॉसओवर कम देखने को मिलता है. 'दहा' के रूप में उनका किरदार क्राइम सिंडिकेट की रगों में बहती शक्ति का प्रतीक लगता है—न दिखे तो कहानी चलती है, दिखे तो दांव बदलते हैं. यही सीमित लेकिन निर्णायक उपस्थिति थिएटर के अंतिम एक्ट को थ्रिल बनाती है.
तकनीकी पक्ष पर सिनेमैटोग्राफी और एडिटिंग की जुगलबंदी फिल्म का टेम्पो सेट करती है. रात के दृश्यों में सोडियम-टोन लाइटिंग, डॉकयार्ड के लो-एंगल फ्रेम और चेस-सीक्वेंस की कटिंग—यह सब 'कूली' को पल्प-एक्शन का टेक्सचर देता है. अनिरुद्ध का बैकग्राउंड स्कोर इन दृश्यों को एंकर करता है, खासकर जब ड्रम-हिट्स के साथ स्टंट्स पीक पर जाते हैं.
अब स्ट्रीमिंग फ्रंट. 'कूली' प्राइम वीडियो पर उपलब्ध है—भारत और इंटरनेशनल, दोनों जगह. मल्टीपल ऑडियो और सबटाइटल ऑप्शंस के साथ फिल्म ने थिएट्रिकल के बाद की खिड़की में अपनी लाइफ बढ़ा ली है. यह उसी रणनीति का हिस्सा है जिसमें थिएटर के जोश के बाद ओटीटी पर लंबी उम्र सुनिश्चित की जाती है, ताकि नए दर्शक जुड़ें और थिएटर में चूक गए लोग भी कहानी पकड़ लें.
इंडस्ट्री-व्यू से देखें तो यह साल तमिल फिल्मों के लिए मजबूत रहा है, और 'कूली' उसकी पोस्टर-फेस बन गई. एक तरफ मेगा-स्टार की करिश्माई स्क्रीन कंट्रोल, दूसरी तरफ यंग फिल्ममेकर की टाइट क्राफ्ट—दोनों का मिलाप. क्रॉसओवर कैमियो का परीक्षण सफल दिखा, क्योंकि सोशल बज़ से लेकर टिकट सेल तक हर जगह उसका असर नापने लायक रहा. और हां, संगीत ने पुल का काम किया—'चिकितु' और 'पावरहाउस' की ऊर्जा, 'मोनिका' की डांसबिलिटी, तीनों ने फिल्म की मेमोरी वैल्यू बढ़ाई.
अगर आप थिएटर अनुभव मिस कर चुके हैं, तो ओटीटी पर बिंज-अकाउंट में यह टाइट, डार्क-एंड-डैशिंग एक्शन-ड्रामा जोड़ लें. पैन-इंडिया फ़िल्मों के इस दौर में Rajinikanth Coolie उस फॉर्मूले का ताजा उदाहरण है जिसमें स्टार अपील, जेन्युइन थ्रिल और रणनीतिक कैमियो मिलकर बड़े खेल को परिभाषित करते हैं.