किंग सलमान इंटरनेशनल एयरपोर्ट: 2030 तक सऊदी अरब का सपना
सऊदी अरब अपने महत्वाकांक्षी योजना के तहत दुनिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बनाने की तैयारी कर रहा है। किंग सलमान इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जो कि 2030 तक पूरा हो जाएगा, को 57 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विस्तारित किया जाएगा। इस परियोजना का बजट 23 अरब पाउंड निर्धारित किया गया है और इसमें छः रनवे होंगे।
आधुनिक तकनीक और पर्यावरण-संवेदनशीलता
किंग सलमान इंटरनेशनल एयरपोर्ट को निर्माण के दौरान आधुनिक तकनीक और पर्यावरण-संवेदनशीलता को ध्यान में रखा गया है। यह हवाई अड्डा जल और बिजली के प्रतिमानों को संरक्षित करने के लिए नवीनतम तकनीक का उपयोग करेगा। हवाई अड्डा शुरू में 120 मिलियन यात्रियों की सेवा देगा, जबकि 2050 तक यह संख्या 185 मिलियन यात्रियों तक जा सकती है।
रियाद को वैश्विक लॉजिस्टिक्स हब में बदलने की योजना
इस परियोजना का एक प्रमुख उद्देश्य रियाद को एक महत्वपूर्ण वैश्विक लॉजिस्टिक्स हब में बदलना है। इससे देश के परिवहन, वाणिज्य और पर्यटन क्षेत्रों में बढ़ावा मिलेगा। हवाई अड्डे पर मौजूद 12 किलोमीटर लंबी रिटेल आउटलेट्स यात्री शॉपिंग अनुभव को और भी उत्कृष्ट बनाएंगे।
एकीकृत टर्मिनल और विशाल कार्गो सुविधा
वर्तमान में King Khalid International Airport के टर्मिनल्स को नए हवाई अड्डे के साथ जोड़ा जाएगा। इसके अलावा हवाई अड्डे में 3.5 मिलियन टन कार्गो को संभालने की क्षमता भी होगी। यह पहल न केवल यात्री सुविधाओं को बढ़ाएगी, बल्कि व्यापारिक और लॉजिस्टिक क्षेत्रों में भी क्रांति लाएगी।
रोजगार और आर्थिक विकास
किंग सलमान इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण सऊदी अरब के लिए रोजगार सृजन के नए अवसर भी लेकर आएगा। अनुमान है कि इस परियोजना से 1.5 लाख नौकरियाँ उत्पन्न होंगी। यह आर्थिक विकास के लिए एक बड़ा कदम होगा और स्थानीय समुदायों को सशक्त करने में मदद करेगा।
फॉस्टर + पार्टनर्स का डिज़ाइन
यह परियोजना विश्वप्रसिद्ध आर्किटेक्चर फर्म Foster + Partners द्वारा डिज़ाइन की गई है। उनका अनूठा डिज़ाइन और पर्यावरणीय संवेदनशीलता का विकास इस परियोजना को एक विशेष पहचान दिलाता है।
आखिरकार, इस भव्य योजना के पूरा होने से, सऊदी अरब न केवल अपनी परिवहन क्षमता को मजबूत करेगा, बल्कि अपने नागरिकों और पर्यटकों को विश्वस्तरीय सेवाएं प्रदान करेगा। यह हवाई अड्डा क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर सऊदी अरब की स्थिति को और सुदृढ़ करेगा।