क्या आप अक्सर मौसम बदलाव से परेशान होते हैं? भारत में हलचल वाले मौसम को देखते हुए आईएमडी अलर्ट मददगार बन गया है। यह अलर्ट भारत के मौसम विभाग (IMD) द्वारा जारी किया जाता है और आपको तेज़ बारिश, बाढ़, तूफ़ान या अत्यधिक गर्मी जैसी स्थितियों की पहले से जानकारी देता है। चलिए जानते हैं कैसे आप इन अलर्ट को समझकर अपनी रोज़मर्रा की जिंदगी को सुरक्षित बना सकते हैं।
आईएमडी हर बार जब किसी क्षेत्र में मौसम की स्थिति गंभीर हो जाती है, तो SMS, वेब साइट या मोबाइल ऐप के ज़रिये अलर्ट भेजता है। उदाहरण के तौर पर, पिछले महीनों में यूपी, हरियाणा, दिल्ली‑एनसीआर और उत्तराखंड में 48 घंटे के भारी बारिश अलर्ट जारी हुए थे। इन अलर्ट में दूरी, समयावधि और संभावित जोखिम जैसे बाढ़, भूस्खलन या जलभराव की जानकारी दी जाती है। इसका मतलब है कि आप ट्रैफ़िक, यात्रा या कृषि‑कार्य को पहले से योजना बना सकते हैं।
1. आधिकारिक ऐप या वेबसाइट – IMD की resmi वेबसाइट (imd.gov.in) पर रीयल‑टाइम अलर्ट मिलते हैं।
2. SMS सब्सक्रिप्शन – अपने फ़ोन में 99 कोड डालकर स्थान‑विशिष्ट अलर्ट प्राप्त कर सकते हैं।
3. सोशल मीडिया – IMD के ट्विटर और फ़ेसबुक पेज पर अक्सर अपडेट आते हैं, इसलिए फॉलो करना फायदेमंद है।
इन साधनों से आपको अलर्ट मिलने के बाद, तुरंत कुछ छोटे‑छोटे कदम उठाने चाहिए:
समय पर तैयार रहने से आप न सिर्फ अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा कर सकते हैं, बल्कि नुकसान‑कम करने में भी मदद मिलती है। याद रखें, अलर्ट मात्र सूचना नहीं, बल्कि एक ज़रूरी चेतावनी है जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
अगर आप अभी भी नहीं जानते कि अपना जिला कौन सा अलर्ट ले रहा है, तो नीचे दिया गया फॉर्मेट इस्तेमाल करें: ‘IMD + जिला नाम + अलर्ट’ जैसे ‘IMD यूपी भारी बारिश अलर्ट’। इससे आपको सही जानकारी जल्द मिल जाएगी।
अंत में, एक बात याद रखें – मौसम बदलता रहता है, लेकिन आपका जवाब नहीं। सही अलर्ट को समझें, जल्दी कार्रवाई करें और सुरक्षित रहें।
सितंबर 4, 2025
यमुना का जलस्तर 207.43 मीटर पर पहुंचा, 1963 के बाद तीसरा सबसे ऊंचा स्तर। 12,000 से ज्यादा लोगों को निचले इलाकों से निकाला गया, 38 राहत शिविर चालू। दिल्ली के कई हिस्सों में ट्रैफिक और नागरिक सेवाएं बाधित। भारी बारिश और हाथनिकुंड बैराज से बड़े डिस्चार्ज ने हालात बिगाड़े। उत्तर भारत में भीषण बाढ़ और भूस्खलन से कम-से-कम 90 मौतें।
और पढ़ें