चंद्रमा समय – क्यों बदलता है चाँद और क्या असर पड़ता है?

When talking about चंद्रमा समय, चाँद के विभिन्न स्थितियों का टाइमटेबल, जो पृथ्वी की परिक्रमा और सूर्य के सापेक्ष उसके प्रतिबिंबित परावर्तन को दर्शाता है. Also known as लूनर टाइमे, it ज्योतिष, समुद्री ज्वार‑भाटा, कृषि और कई सांस्कृतिक तिथियों के निर्धारण में मदद करता है.

एक ही चंद्र चरण, नया चाँद, प्रथम अर्द्ध, पूर्णिमा और द्वितीय अर्द्ध के बीच बदले जाता है; ये चरण ज्वार‑भाटा, समुद्र के पानी का ऊँचा‑नीचा होना, सीधे चाँद की गुरुत्वाकर्षण शक्ति से नियत्रित को निर्धारित करते हैं। इसलिए चंद्रमा समय सिर्फ रात के सुंदर दृश्य नहीं, बल्कि जलवायु, मत्स्य पालन और किनारे के शहरों में रहने वाले लोगों के जीवन से भी जुड़ा है।

चंद्रमा समय और अन्य खगोलीय घटनाएँ

जब चाँद पृथ्वी‑सूर्य रेखा में आती है, तो सौर ग्रहण, ऐसे क्षण जहाँ सूर्य की रोशनी चाँद द्वारा आंशिक या पूर्ण रूप से अवरुद्ध होती है घटित होता है। यह घटना खगोल विज्ञान, ब्रह्माण्डीय वस्तुओं के अध्ययन का विज्ञान में महत्त्वपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि यह सौर मंडल की गतियों को समझने में मदद करती है। 21 सितंबर 2025 का आंशिक सौर ग्रहण भारत में रात के समय होने के कारण दिखेगा नहीं, पर ऑनलाइन लाइवस्ट्रीम और वैज्ञानिक विश्लेषण इसे खास बनाते हैं। इसी तरह, जब पृथ्वी सूर्य‑चाँद के बीच आती है, तो चंद्र ग्रहण, चाँद पर पृथ्वी की छाया पड़ने की स्थिति उत्पन्न होती है, जो ताजगी से भरे धार्मिक और वैज्ञानिक उत्सवों को जन्म देती है।

ज्योतिषीय कैलेंडर, जैसे हिन्दू पंचांग, ज्योतिष, ग्रहों और नक्षत्रों की स्थितियों के आधार पर भविष्यवाणी करने की विधा के लिये "चंद्रमा समय" को प्रमुख आधार बनाता है। अनेक त्यौहार – दीपावली की तिथि से लेकर मोहर्रम तक – चंद्रमा के चरण और नक्षत्र मिलाकर तय होते हैं। इस कारण, किसान अपने बुवाई‑कटाई के समय को चंद्रमा समय से मिलाते हैं, क्योंकि कुछ चरणों में मिट्टी की नमी और बीज की अंकुरण दर बेहतर रहती है।

आजकल स्मार्टफोन ऐप्स और पोर्टेबल टैलिस्कोप ने ब्रह्माण्डीय अवलोकन, आकाशीय पिंडों को खुद से देखना और समझना को घर-घर तक पहुँचाया है। आप ‘चंद्रमा समय’ की अलर्ट सेट कर सकते हैं, जिससे आपको पूर्णिमा, अमावस्या या ग्रहण की सूचना मिलती है, और आप अपने कैमरा या टेलीस्कोप से सही समय पर फोटो ले सकते हैं। यह व्यक्तिगत विज्ञान में वृद्धि के साथ‑साथ सामाजिक मीडिया पर भी रुझान बन गया है।

इन सब बातों को देखते हुए, नीचे की सूची में हमने उन लेखों को इकट्ठा किया है जो "चंद्रमा समय" से जुड़ी विभिन्न पहलुओं को कवर करते हैं: सौर और चंद्र ग्रहण के वैज्ञानिक विवरण, ज्वार‑भाटा पर असर, कृषि‑न्याय, तथा ज्योतिषीय तिथियों की गहरी समझ। पढ़ते‑पढ़ते आप देखेंगे कि कैसे एक ही टाइमलाइन में विज्ञान, संस्कृति और रोज़मर्रा की ज़िंदगी आपस में जुड़ी हैं। अब आगे स्क्रॉल करके इन लेखों में गहराई से उतरिए – आपके लिये बहुत कुछ नया और उपयोगी मिलने वाला है।

करवा चौथ 2025: दिल्ली‑मुंबई में चाँद देख कर‑व्रत का समापन
Ranjit Sapre

करवा चौथ 2025: दिल्ली‑मुंबई में चाँद देख कर‑व्रत का समापन

संस्कृति 2 टिप्पणि
करवा चौथ 2025: दिल्ली‑मुंबई में चाँद देख कर‑व्रत का समापन

10 अक्टूबर 2025 को करवा चौथ का व्रत समाप्त, नई दिल्ली में चाँद 20:13 IST तथा मुंबई में 20:55 IST पर उदय। सरगी, पूजा और चाँद देख कर व्रत तोड़ने की रस्में विस्तृत समय‑सूची के साथ।

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