जब बात करवा चौथ, एक परम्परागत भारतीय व्रत है जिसमें विवाहित महिलाएँ पूरे दिन उपवास करती हैं की हो, तो दो प्रमुख घटक सामने आते हैं: व्रत, भोजन व जल का त्याग और चाँद, पहले क्षरण को देखकर शुरू होने वाला समारोह. साथ ही पूजा, श्री चाँद और पति के लिए शाम को की जाने वाली रीतियां और साजन, विवाहित पुरुष साथी, जिसके स्वास्थ्य की कामना की जाती है इस दिन के मुख्य केंद्र हैं।
करवा चौथ व्रत का एक प्रमुख उदाहरण है जिससे भारतीय पारिवारिक मूल्य जीवित रहते हैं। यह त्यौहार चाँद के पहला क्षरण देखने के बाद शुरू होता है, इसलिए चाँद की रोशनी इस उत्सव को दिशा देती है। पूजा के दौरान पति की लंबी उम्र की कामना की जाती है, जिससे साजन की सुरक्षा और समृद्धि को प्रतीक बनाया जाता है।
सुबह जल्दी उठकर शनि देव की आरती और दन्यावकाश किया जाता है, फिर दिन भर बिना पानी, बिना भोजन के व्रत रखा जाता है। शाम को सवेरिया नामक मंच सजाते हैं, जहाँ पति के साथ मिलकर चंदन के द्वारा चाँद को अभिषेक किया जाता है। उदय होते ही प्रसाद का सेवन व्रत का समापन होता है।
प्रत्येक प्रदेश में कुछ‑कुछ अलग‑अलग परम्पराएँ मिलती हैं। उत्तर प्रदेश में सगाई के बाद सर्गी को बड़े जज्बे से तैयार किया जाता है, जबकि राजस्थान में दानेदार पूड़ियों की थालियों पर कई तरह के मिठाई रखें जाते हैं। गुजरात में रिवाज़ में रात भर की बायो‑सिंक्रनाइज़्ड संगीत और ऑन‑लाइन पूजा से नई पीढ़ी को जुड़ाव मिलता है। इस विविधता से स्पष्ट है कि करवा चौथ न सिर्फ धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक संगम भी है।
स्वास्थ्य की दृष्टि से व्रत रखना आसान नहीं है, इसलिए कई चिकित्सक हल्के‑फुल्के फलों के रस या बिचौलियों को अनुमति देते हैं। सारा दिन पानी न पीने से बचने के लिए शाम को गुनगुना जल पीने का विकल्प अक्सर अपनाया जाता है। साथ ही सगाई के बाद सर्गी में पोषक तत्वों को जोड़ने के लिए काजू‑बादाम, सूखे मेवे और शहद का इस्तेमाल किया जाता है।
आजकल सोशल मीडिया पर करवा चौथ के रिवाज़ दिखाने के लिए लाइव स्ट्रीमिंग, वर्चुअल आरती और डिजिटल कजिन रीती‑रिवाज़ बहुत लोकप्रिय हो गए हैं। इससे दूर‑दराज़ रहने वाले परिवार भी एक साथ पूजा कर सकते हैं। इस डिजिटल बदलाव ने त्यौहार के उत्साह को नई उम्र में भी जीवित रखा है।
नीचे आप विभिन्न करवा चौथ से जुड़े समाचार, टिप्स और कार्यक्रमों की जानकारी पाएँगे, जिससे आप अपने परम्परा को सही तरीके से निभा सकेंगे।
अक्तूबर 10, 2025
10 अक्टूबर 2025 को करवा चौथ का व्रत समाप्त, नई दिल्ली में चाँद 20:13 IST तथा मुंबई में 20:55 IST पर उदय। सरगी, पूजा और चाँद देख कर व्रत तोड़ने की रस्में विस्तृत समय‑सूची के साथ।
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