भारत में पहला संदिग्ध मंकीपॉक्स मामला, मरीज आइसोलेशन में

भारत में पहला संदिग्ध मंकीपॉक्स मामला, मरीज आइसोलेशन में
Tarun Pareek
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भारत में पहला संदिग्ध मंकीपॉक्स मामला, मरीज आइसोलेशन में

भारत का पहला संदिग्ध मंकीपॉक्स मामला

भारत में मंकीपॉक्स का पहला संदिग्ध मामला सामने आया है। एक व्यक्ति, जो हाल ही में एक ऐसे देश से लौटा है जहां मंकीपॉक्स का प्रकोप है, उसमें इस संक्रमण का संदेह है। मरीज को तुरंत अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है और उसकी स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि मरीज के नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं ताकि वायरस की पुष्टि हो सके।

स्वास्थ्य मंत्रालय का बयान

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने जानकारी दी है कि मरीज़ उस देश से यात्रा करके लौटे हैं जहाँ मंकीपॉक्स के मामले फैल रहे हैं। मंत्रालय ने यह भी कहा है कि मरीज के संपर्क में आये सभी लोगों की निगरानी की जा रही है और संभावित स्रोतों का पता लगाने के लिए संपर्क ट्रेसिंग की जा रही है। मंत्रालय ने यह भी आश्वासन दिया कि इस स्थिति को संभालने के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है और उचित प्रोटोकॉल के तहत काम कर रहा है।

मंकीपॉक्स के लक्षण

मंकीपॉक्स के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, कम ऊर्जा, और सूजे हुए लसीका ग्रंथियां शामिल हैं। इसके अलावा त्वचा पर फफोले और दाने भी निकल सकते हैं जो दो से तीन सप्ताह तक रह सकते हैं। अधिकांश मामलों में ये बीमारी हल्की होती है, लेकिन दुर्लभ मामलों में ये जानलेवा भी हो सकती है, खासकर बच्चों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में।

सतर्कता और सावधानी

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले महीने से ही प्रवेश बिंदुओं पर सतर्कता बढ़ाई गई है ताकि मंकीपॉक्स के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। एयरपोर्ट, सीमापार और समुद्री बंदरगाहों के स्वास्थ्य इकाइयों को अलर्ट पर रखा गया है। यह मामला नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) द्वारा किए गए पिछले जोखिम आकलनों के अनुरूप है।

मंकीपॉक्स का इन्क्यूबेशन पीरियड

मंकीपॉक्स का इन्क्यूबेशन पीरियड सामान्यतः 6 से 13 दिनों का होता है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने जनता को सांत्वना दी कि अधिकांश मामलों में चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है और सरकार ने इन मामलों को संभालने के लिए ठोस कदम उठाए हैं।

सम्बंधित तैयारी और उपाय

मंत्रालय ने जनता को आश्वासन दिया है कि मंकीपॉक्स का कोई भी मामला हो, उसे प्रबंधित करने और जोखिम को कम करने के लिए व्यापक तैयारी और उपाय किए गए हैं। मंत्रालय ने यह भी कहा कि उसके विशेषज्ञों की टीमें स्थिति की निरंतर निगरानी कर रही हैं और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्यवाही के लिए तैयार हैं।

मंकीपॉक्स से संबंधित मामलों में जागरूकता और सतर्कता आवश्यक है, और मंत्रालय ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और किसी भी संदिग्ध लक्षण मिलने पर तत्काल निकटतम स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।

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