भारत-पाकिस्तान की चिर प्रतिद्वंद्विता के बीच चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के अहम मुकाबले में भारतीय टीम को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। भारत की संभावित प्लेइंग XI के बदलावों को लेकर अनेक कयास लगाए जा रहे हैं और ऐसे में तीन बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
बदलाव जो भारतीय टीम को मजबूती देंगे
पहला बड़ा बदलाव हमारे गेंदबाजी आक्रमण में हो सकता है, जहां अर्शदीप सिंह को हरशित राणा की जगह शामिल करने की चर्चा गर्म है। अर्शदीप को नई गेंद के साथ उनके स्विंग कौशल के लिए जाना जाता है। इसका मकसद पाकिस्तान के बल्लेबाजी क्रम, विशेष तौर पर बाबर आज़म जैसे दिग्गज बल्लेबाजों को चुनौती देना होगा।
दूसरा परिवर्तन विकेटकीपर की स्थिति में है। केएल राहुल अपने फिटनेस और परिपक्वता को दिखाते हुए विकेटकीपर और बल्लेबाज दोनों की भूमिका में नजर आ सकते हैं। ऋषभ पंत की गैर-मौजूदगी में राहुल का यह रोल उनकी आक्रमक बल्लेबाजी शैली और स्थिरता को टीम के लिए फायदेमंद बना सकता है।
इससे आगे बढ़ते हुए, अक्षर पटेल के मध्य क्रम को मजबूत करने का काम सौंपा जाना टीम की संतुलित दृष्टिकोण की तरफ इशारा करता है। अक्षर की ऑलराउंडर क्षमताएं दबाव के क्षणों में महत्वपूर्ण साबित हो सकती हैं।

दुबई की परिस्थितियों में सामरिक दृष्टिकोण
चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की सामरिक दृष्टि से देखें तो, दुबई की पिच और वहां की परिस्थितियों का लाभ उठाने के लिए टीम प्रबंधन ने यह बदलाव तय किये हैं। पाकिस्तान का तेज गेंदबाजी आक्रमण जो चुनौती पेश करता है, उसे दरकिनार करने के लिए भारत की यह रणनीति न केवल समझदारी से भरी है, बल्कि विश्वास से लबरेज है।
यह मैच आगामी 23 फरवरी 2025 को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जाएगा, जो दोनों टीमों के लिए बेहद अहम है। विशेष रूप से पाकिस्तान के लिए, जिन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने पहले मुकाबले में हार का सामना किया था। भारतीय टीम इस मैच में पूरी ताकत के साथ उतरना चाहेगी ताकि वे विश्वस्तरीय प्रदर्शन के जरिए इस टूर्नामेंट की शुरुआत मजबूत तरीके से कर सकें।