जब क्रिस वोक्स, ऑलराउंडर of इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने द ओवल में पाँचवी टेस्ट के अंतिम दिन बॉलिंग के बीच बॅटिंग करने का फैसला किया, तो न सिर्फ़ उनके सहकर्मियों बल्कि पूरी क्रिकेट दुनिया चकित रह गई। यह फैसला तब आया जब उनके कंधे में पहले ही दिन डिस्लोकेशन हो गया था, परंतु उन्होंने अपने सिंगल सिल्डर को झाड़ते‑झाड़ते भी मैदान में कदम रखा।
पटरी पर दर्द: वोक्स की चोट और उसका असर
पहले दिन, क्रिस वोक्स को एक तेज़ बॅटिंग फॉल्ट के दौरान कंधे में अचानक चोट लगी। डॉक्टरों ने तुरंत कहा कि यह डिस्लोकेशन है, और उसे पूरी तरह आराम देना चाहिए। लेकिन इंग्लैंड के कोचिंग स्टाफ ने उसकी टिमटिमाती इच्छाशक्ति को देखते हुए ग्लाव (स्लिंग) में बँधे हाथ को फिर भी मैदान पर भेजने का संकेत दिया। वोक्स ने कहा, "मैं इस मौके को छोड़ नहीं सकता, चाहे कितनी भी रन बची हों।"
पाँचवी टेस्ट का दरसालीन संघर्ष
पाँचवी टेस्ट, इंग्लैंड बनाम भारत (द ओवल)द ओवल, लंदन, अगस्त 2025 में निर्मल इंग्लैंड की हवा में खेला गया। भारत की तेज़ गेंदबाज़ी, खासकर मोहम्मद सराज और प्रसिध कृष्णा के साथ, इंग्लैंड को लगातार दबाव में रखती रही। आखिरी पैनल में, इंग्लैंड को सिर्फ़ 35 रन और 4 विकेट की जरूरत थी, पर भारत ने दो वाइल्ड और दो तेज़ आउट लेकर उन्हें 9 विकेट पर पहुंचा दिया।
वोक्स के साहस की प्रतिक्रिया
इगर को देखते हुए, वोक्स ने धीरज दिखाते हुए बैट को ढाल पर रख दिया, लेकिन कोई गेंद नहीं देखी। फिर भी, उन्होंने दो रन लिए—जैसे कि वह हर कदम पर दर्द को झेलते हुए अपने साथियों के लिए धक्का दे रहे हों। इस क्षण को स्काय स्पोर्ट्स क्रिकेट ने कैमरे में कैद किया, और 4 अगस्त 2025 को ऑनलाइन वायरल कर दिया। वायरल वीडियो में वोक्स की मुस्कान और फर्दी के बीच हल्की झपकी साफ़ दिखाई देती है।
क्रिकेट में खेल भावना का संदेश
खेल के ख़त्म होने के बाद, भारत के कुछ खिलाड़ी—जिसमें मोहम्मद सराज भी शामिल हैं—वोक्स के पास गये और उन्हें कंधे से उठाया, दर्शकों को एक गहन ताली बजाना। वोक्स ने कहा, "मैं बेहद निराश हूँ, पर इस भीड़ की सराहना ने मुझे कम नहीं किया।" यह सम्मान, जो दी गार्जियन ने अपने इंटरव्यू में उजागर किया, इंग्लैंड की खेल भावना को फिर से परिभाषित करता है।
आगे क्या? वोक्स का उपचार और टीम का भविष्य
डिस्लोकेशन के बाद वोक्स को तुरंत फ़िज़ियोथेरेपी और सर्जरी का विकल्प दिया गया। इंग्लैंड के डॉक्टरों ने बताया कि ठीक‑ठाक सुधार के बाद वह अगले महीने की वन‑डे श्रृंखला में वापसी की उम्मीद कर सकता है। लेकिन इस सीज़न में उसकी अनुपस्थिति इंग्लैंड के बैटिंग क्रम को कमजोर कर रही है, क्योंकि वोक्स अक्सर मध्य‑ऑर्डर में स्थिरता लाते हैं। टीम मैनेजर ने पुष्टि की कि वे बचे हुए मैचों में युवा खिलाड़ियों को मौका देंगे, फिर भी वोक्स का वैकल्पिक रोल अब भी टीम की योजना में प्रमुख है।
- मुख्य तथ्य:
- वोक्स ने डिस्लोकेटेड कंधे के साथ बॅटिंग करने का फैसला किया।
- इंग्लैंड को जीत की स्थिति से 6 रन की हार हुई।
- भारत की गेंदबाज़ी में सराज और कृष्णा ने निर्णायक भूमिका निभाई।
- वीडियो 4 अगस्त 2025 को स्काय स्पोर्ट्स ने प्रकाशित किया।
- वोक्स को फिज़ियोथेरेपी के बाद अगले महीने लौटने की उम्मीद है।
Frequently Asked Questions
क्रिस वोक्स ने डिस्लोकेटेड कंधे के साथ बॅटिंग क्यों की?
वोक्स ने कहा कि टीम का मनोबल बनाए रखना और अपने साथी खिलाड़ियों को समर्थन देना उसकी प्राथमिकता थी। वह मानते हैं कि टेस्ट मैच में हर कोशिश मायने रखती है, चाहे व्यक्तिगत दर्द कितना भी हो।
इंग्लैंड को जीत के कितने करीब था?
आखिरी पैनल में इंग्लैंड को सिर्फ़ 35 रन और 4 विकेट की ज़रूरत थी। भारत की दो ओवर में लेई गई दो वाइल्ड और दो तेज़ आउट ने उन्हें 9 विकेट पर धकेल दिया, जिससे उनका अंतर 6 रन रह गया।
भारत की गेंदबाज़ी ने मैच का परिणाम कैसे बदला?
मोहम्मद सराज और प्रसिध कृष्णा ने आखिरी ओवरों में दबाव बनाया, दो वाइल्ड और दो तेज़ आउट लेकर इंग्लैंड का लक्ष्य भंग कर दिया। उनका तेज़ स्विंग और सटीक लाइन ने इंग्लैंड को कई बार हिम्मत तोड़ी।
वोक्स की चोट का इलाज क्या है और वह कब वापस आएँगे?
डॉक्टरों ने कहा कि यह डिस्लोकेशन फिज़ियोथेरेपी और संभवतः सर्जिकल इंटर्वेंशन की माँग कर सकता है। टीम की रिपोर्ट के अनुसार, वह अगले महीने की वन‑डे श्रृंखला में फिट हो सकते हैं, परंतु पूर्ण रूप से वापस आने में कई हफ़्ते लग सकते हैं।
यह घटना क्रिकेट में खेल भावना को कैसे दर्शाती है?
वोक्स के दर्द के बावजूद मैदान पर कदम रखना और भारत के खिलाड़ियों द्वारा उसे सम्मान देना, दोनों ने दिखाया कि क्रिकेट सिर्फ़ स्कोर नहीं, बल्कि सम्मान, साहस और टीम‑वर्क का खेल है। इस घटना ने दुनिया भर के दर्शकों में खेल भावना की सराहना को बढ़ावा दिया।
Rashi Nirmaan
सितंबर 30, 2025 AT 19:55देशभक्ति का अर्थ केवल ध्वज फहराना नहीं बल्कि टीम को असली समर्थन देना है। क्रिस वोक्स ने चोट के बावजूद मैदान में कदम रख कर अपना कर्तव्य पूरा किया। यह दिखाता है कि खेल में वैरायटी नहीं होना चाहिए। बाकी खिलाड़ी भी इसी तरह साहस दिखाएँ।
Ashutosh Kumar Gupta
अक्तूबर 7, 2025 AT 18:35उस दर्द को नज़रअंदाज़ करके बॅटिंग करने का फैसला भावनात्मक नाटक से परे था। दर्शक ने यह देखा तो आश्चर्य हुआ लेकिन कोई भी इस तरह की तीव्र लापरवाही की सराहना नहीं कर सकता। इस घटना ने टीम की रणनीति पर गहरा सवाल उठाया।
deepika balodi
अक्तूबर 14, 2025 AT 17:15क्या यह पहल भारतीय स्पोर्ट्समैनशिप की प्रेरणा बन सकती है?
fatima blakemore
अक्तूबर 21, 2025 AT 15:55उत्साह की बात तो सही है लेकिन चोट के साथ खेलना कोई सामान्य बात नहीं। हर खिलाड़ी को अपनी सीमा समझनी चाहिए। वोक्स की कोशिश सराहनीय है परंतु वह खुद को नुकसान पहुंचा सकते हैं। खेल का असली मकसद स्वस्थ रहना भी है।
Rashi Jaiswal
अक्तूबर 28, 2025 AT 14:35भाई लोग ऐसे ही हारते नहीं, वोक्स की मेहनत देखी तो दिल खुश हो गया! इग्ज़ैक्टली, दर्द के बावजूद दो रन बनाना बड़ा मोटिवेशन है। आगे वाले मैचों में यूँ ही जोश बना रहे तो टीम की जीत पक्की है।
Himanshu Sanduja
नवंबर 4, 2025 AT 13:15सही कहा तुमने दर्द के साथ चलना वैरायटी दिखाता है लेकिन स्वास्थ्य को हमेशा प्राथमिकता देनी चाहिए। टीम को भी ऐसे ही समर्थन देना चाहिए।
vikash kumar
नवंबर 11, 2025 AT 11:55वोक्स का प्रदर्शन व्यक्तिगत साहस का प्रतीक है परंतु खेल विधियों की अनदेखी नहीं की जा सकती। ऐसी अनौपचारिकता दीर्घकालिक प्रभाव डाल सकती है। इसलिए नियामक निकायों को स्पष्ट गाइडलाइन प्रदान करनी चाहिए।