ऑटो रिक्शा चालक अन्नूप ने ऑनाम लॉटरी में 25 करोड़ की जैकपॉट जीतकर 15 करोड़ हासिल किए

Ranjit Sapre अक्तूबर 5, 2025 समाचार 17 टिप्पणि
ऑटो रिक्शा चालक अन्नूप ने ऑनाम लॉटरी में 25 करोड़ की जैकपॉट जीतकर 15 करोड़ हासिल किए

जब अन्नूप, ऑटो रिक्शा चालक ने केवल थिरुवनंतपुरम, केरल में शनिवार को 500 रुपये में खरीदी गई टिकट को उठाया, तो वह सोच नहीं सकता था कि अगले दिन उसकी ज़िंदगी पूरी तरह बदल जाएगी। ऑनाम बम्पर 2022 थिरुवनंतपुरम के ड्रॉ में वह 25 करोड़ रुपये की पहली पुरस्कार राशि जीत गया। यह जीत सिर्फ एक सुखद खबर नहीं, बल्कि उनके जैसे आम कामगारों के सपनों की नई कहानी है।

जीत की पृष्ठभूमि और टिकट खरीद

अन्नूप, 30 साल का रहता है, पहले एक शेफ था और मलायशिया में नौकरी करने का सपना देख रहा था। लेकिन वित्तीय दिक्कतें उन्हें घर से बाहर नहीं जाने देतीं। शनिवार को, बैंक ने उनका 3 लाख रुपये का लोन मंज़ूर कर दिया, जबकि उसी शाम वह केरल स्टेट लॉटरी डिपार्टमेंट की आधिकारिक वेबसाइट से टिकट नंबर TJ 750405 खरीदता है। वह टिकट सिर्फ 500 रुपये की थी, जो 6.7 लाख टिकटों में से एक था।

ड्रॉ का विवरण और सरकारी उपस्थितियां

रविवार दोपहर, केरल के वित्त मंत्री K N Balagopal, परिवहन मंत्री Antony Raju और विधायक Prashant ने बड़े मंच पर ड्रॉ को देखी। उन्होंने घोषणा की कि इस साल का ऑनाम बम्पर 2022 सबसे बड़ा पहला इनाम रखता है – 25 करोड़ रुपये। दूसरा इनाम 5 करोड़ और दस तृतीय इनाम 1 करोड़ रुपये के रूप में घोषित किया गया।

टैक्स कटौती और अंतिम धनराशि

भारत में लॉटरी जीत पर भारी कर लगता है। आयकर अधिनियम के तहत अन्नूप को लगभग 9.25 करोड़ रुपये कर में देना पड़ा। इस कटौती के बाद उनकी अंतिम प्राप्ति लगभग 15.75 करोड़ रुपये हुई। कुछ स्रोतों के अनुसार, सभी विवरणों के बाद उन्हें 15 करोड़ रुपये ही मिले। ये राशि अभी भी उन सभी कामगारों के लिए ज़िन्दगी बदलने की बड़ी संभावना रखती है।

अन्नूप के भविष्य के प्लान

विजय के बाद अन्नूप ने स्पष्ट किया कि वह पहले अपने परिवार के लिए एक बड़ा घर बनवाएगा, सभी बकाया कर्ज़ चुका देगा और फिर शेष पैसे से केरल में एक छोटा व्यापार शुरू करेगा। वह एक छोटे कैफ़े या रसोईघर की रचना करने की योजना बना रहा है, जहाँ वह अपने पहले के शेफ अनुभव को फिर से जीवित कर सके। परिवार के सदस्य, पड़ोसी और कई शुभचिंतक ने खुशी जताते हुए कहा, “यह भाग्य की बारी है, अब अन्नूप का नाम पूरे शहर में हो जाएगा।”

केरल लॉटरी का सामाजिक प्रभाव

केरल में लॉटरी के माध्यम से सरकार हर साल अरबों रुपये की आय करती है। इस साल 6.7 लाख टिकटों की बिक्री से लगभग 33.5 करोड़ रुपये का राजस्व उत्पन्न हुआ। लॉटरी जीतने वाले लोग अक्सर अपने समुदाय में सामाजिक विकास के लिए इस धन को उपयोग करते हैं – नई स्कूल, चिकित्सा केंद्र या सामुदायिक हॉल बनाते हैं। अन्नूप की कहानी ने कई छोटे व्यापारियों को आशा दी है कि एक साधारण टिकट भी बड़ी उन्नति का रास्ता खोल सकता है।

भविष्य की संभावनाएँ और दर्शकों की प्रतिक्रिया

विशेषज्ञों ने कहा कि लॉटरी जीत के बाद मनोवैज्ञानिक दबाव भी बढ़ सकता है। इसलिए वित्तीय सलाहकारों ने अन्नूप को सलाह दी है कि वह निवेश, बचत और खर्च में संतुलन बनाते हुए योजना बनाये। इसी बीच सोशल मीडिया पर अन्नूप के लिए लाखों मेंशन और सौHरा-सराहना देखी जा रही है। कई लोग कहते हैं, “यह कहानी हमें याद दिलाती है कि मेहनत के साथ थोड़ा भाग्य भी साथ हो तो क्या नहीं हो सकता।”

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

अन्नूप ने अपनी जीत से आगे क्या करने की योजना बनाई है?

अन्नूप ने कहा कि वह पहले अपने परिवार के लिए एक बड़े घर की योजना बना रहा है, सभी बकाया ऋण को चुकाएगा और फिर केरल में एक छोटा रेस्टोरेंट या कैफ़े खोलने का सोच रहा है, जिससे उसका पूर्व शेफ अनुभव फिर से जीवित हो सके।

केरल लॉटरी में पहली पुरस्कार राशि कितनी थी और यह इतिहास में सबसे बड़ी क्यों मानी जाती है?

2022 के ऑनाम बम्पर लॉटरी ने पहली पुरस्कार राशि के तौर पर 25 करोड़ रुपये का इनाम रखा, जो अब तक केरल राज्य में किसी भी लॉटरी के इतिहास में सबसे बड़ी इनाम राशि है। इससे पहले की सबसे बड़ी राशि 20 करोड़ के आसपास थी।

अन्नूप को टैक्स कटौती के बाद कितनी राशि प्राप्त हुई?

लॉटरी जीत पर 9.25 करोड़ रुपये के करीब टैक्स काटे जाने के बाद, अन्नूप को लगभग 15.75 करोड़ रुपये मिलें। कुछ रिपोर्टों ने इसे 15 करोड़ रुपये बताया है, लेकिन लगभग 15-16 करोड़ के बीच ही अंतिम रक़म बनी रही।

केरल स्टेट लॉटरी डिपार्टमेंट कैसे काम करता है?

केरल स्टेट लॉटरी डिपार्टमेंट राज्य सरकार के अधीन एक एजेंसी है, जो विभिन्न प्रकार के लॉटरी स्कीम जैसे ऑनाम बम्पर, महालैष्ट्रा आदि का संचालन करती है। टिकट की बिक्री से जमा राजस्व राज्य के सामाजिक कल्याण, बुनियादी ढाँचे और स्वास्थ्य योजनाओं में उपयोग होता है।

वित्त मंत्री K N Balagopal ने इस जीत पर क्या कहा?

वित्त मंत्री K N Balagopal ने कहा कि लॉटरी जीत के बाद सामाजिक उत्तरदायित्व बढ़ता है और उन्होंने अन्नूप को सफलतापूर्वक अपने पैसे को निवेश करके समुदाय को लाभ पहुँचाने की सलाह दी। उन्होंने यह भी कहा कि लॉटरी राजस्व से सरकार कई विकास परियोजनाओं को आगे बढ़ा रही है।

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17 टिप्पणि

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    Pinki Bhatia

    अक्तूबर 5, 2025 AT 04:40

    अन्नूप की कहानी सुनकर दिल को बहुत हल्की महसूस हुई। एक साधारण ऑटो रिक्शा चालक के पास इतनी बड़ी राशि आना, वास्तव में कई लोगों को प्रेरित करेगा। वह अब अपने परिवार को सुरक्षित भविष्य दे पाएगा, यही सबसे बड़ी बात है। लॉटरी जीत से जुड़े कर और दायित्वों को समझना भी जरूरी है, ताकि वित्तीय स्थिरता बनी रहे। आशा है वह अपने सपनों को साकार करने में सफल हो।

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    NARESH KUMAR

    अक्तूबर 6, 2025 AT 02:53

    वॉव, इस किस्मत वाले को लाख‑लाख बधाई! 🎉

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    Purna Chandra

    अक्तूबर 7, 2025 AT 01:07

    पहले मैं कहूँगा कि ऐसी जहाँ‑जहाँ तक़दीर की बौछारें हों, वहाँ आम जनता के सपने भी इंधन बनते हैं।
    अन्नूप की यह जीत केवल एक यादृच्छिक संख्या नहीं, बल्कि सामाजिक संरचना में छुपे संभावनाओं का उद्घाटन है।
    जब एक ऑटो रिक्शा चालक पच्चीस करोड़ की जैकपॉट को पकड़ लेता है, तो वह लॉटरी प्रणाली की पारदर्शिता पर भी प्रश्न उठाता है।
    क्या यह सच में भाग्य का खेल है या फिर लॉटरी के पीछे कोई छिपा हुआ आर्थिक मॉडल है?
    इस बात को समझने के लिए सरकार को अधिक डेटा प्रकाशित करना चाहिए।
    साथ ही, कर कटौतियों के बाद मिलने वाली रक़म के बारे में स्पष्टता होना चाहिए, ताकि लोग अनुमान लगा सकें कि वास्तविक लाभ कितना है।
    अन्नूप ने बताया कि वह घर, कर्ज़ और एक छोटा कैफ़े खोलने की बात कर रहा है; यह एक मॉडल है जिसे कई लोग अपनाने की कोशिश करेंगे।
    लेकिन यहाँ एक बात नज़रअंदाज नहीं करनी चाहिए-कई लॉटरी विजयी लोग वित्तीय प्रबंधन में अकसर कठिनाइयों का सामना करते हैं।
    इसलिए वित्तीय सलाहकारों का सहयोग अनिवार्य है।
    इसके अलावा, लॉटरी जीत ने समाज में आर्थिक असमानता को भी उजागर किया है; जबकि कुछ मिलियन की आकांक्षा रखते हैं, कई लोग दैनिक संघर्ष में डूबी हुई जीवन जीते हैं।
    क्या लॉटरी को सामाजिक विकास का साधन बनाना उचित है, या यह केवल एक झिलमिलाता हुआ सपनाचक्र है? इस दिशा में नीति निर्धारकों को गहन अध्ययन करना चाहिए।
    अंत में, अन्नूप के लिए मेरी राय यह है कि वह अपने दानशिलता को भी आगे बढ़ाए, जैसे कि स्थानीय स्कूल या स्वास्थ्य केंद्र को योगदान दे। इससे न केवल उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी, बल्कि समुदाय को भी वास्तविक लाभ मिलेगा।
    कुल मिलाकर, यह कहानी बड़ी आशा और बड़ी जिम्मेदारी दोनों को दर्शाती है।

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    Mohamed Rafi Mohamed Ansari

    अक्तूबर 7, 2025 AT 23:20

    उपरोक्त बिंदुओं पर विचार करते हुए, यह उल्लेखनीय है कि कर‑कटौती के बाद शुद्ध राशि की सही गणना एक वित्तीय योजना बनाने के लिए मूलभूत कदम है। यदि अन्नूप इस राशि को विभिन्न परिसंपत्तियों में विभाजित करता है, तो जोखिम कम रहेगा। एक स्थिर बचत खाते, एकत्रीकरण वाले म्यूचुअल फंड और छोटे स्तर के व्यवसाय निवेश संभावित विकल्प हैं। यह दृष्टिकोण दीर्घकालिक स्थिरता को सुनिश्चित करेगा।

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    अभिषेख भदौरिया

    अक्तूबर 8, 2025 AT 21:33

    अन्नूप के निर्णयों को देखते हुए, यह स्पष्ट होता है कि वह न केवल आर्थिक बल्कि आध्यात्मिक संतुलन भी खोज रहा है। बड़े घर और व्यापार के बीच वह किस प्रकार की प्राथमिकता देगा, यह उसकी व्यक्तिगत मूल्यों पर निर्भर करेगा। जीवन में धन का उपयोग सदैव एक जिम्मेदारी के साथ होना चाहिए, यह विचार उन्हें सही दिशा में ले जा सकता है।

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    Nathan Ryu

    अक्तूबर 9, 2025 AT 19:47

    धन से बड़ा दायित्व आता है, यही बात सबको याद रखनी चाहिए। अन्नूप को अपने समुदाय की मदद के लिए थोड़ा हिस्सा देना चाहिए, यह नैतिक रूप से ठीक होगा। नहीं तो बड़ी रकम भी अंत में अकेलापन लेकर आएगी।

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    Atul Zalavadiya

    अक्तूबर 10, 2025 AT 18:00

    लॉटरी प्रणाली की मूलभूत अवधारणा यह है कि बड़ी संख्या में लोग छोटे योगदान से बड़े पुरस्कार की संभावना बनाते हैं, परन्तु यह एकत्रीकरणीय कर प्रणाली के समान ही कार्य करता है।

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    Amol Rane

    अक्तूबर 11, 2025 AT 16:13

    सिर्फ एक टिकट की वजह से इतनी चर्चा, सामाजिक स्तर पर विचार करने लायक नहीं है; वास्तविक आर्थिक सुधार के लिए संरचनात्मक नीतियों की जरूरत है।

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    Neha xo

    अक्तूबर 12, 2025 AT 14:27

    अन्नूप की कहानी ने कई लोगों को आशा दी है, लेकिन साथ ही यह याद दिलाती है कि भाग्य अनिश्चित है। जब तक हम अपने हाथों में काम कर रहे हैं, तब तक लॉटरी सिर्फ टोटका है। फिर भी, यह सुखद परिवर्तन सामाजिक मनोबल को बढ़ाता है।

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    Rahul Jha

    अक्तूबर 13, 2025 AT 12:40

    अन्नूप को चाहिए कि वह अपनी जीत को निवेश में विभाजित करे ताकि जोखिम कम रहे 😊

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    Gauri Sheth

    अक्तूबर 14, 2025 AT 10:53

    मैं मानता हूं कि ऐसे पैसे के साथ गॉंव के स्कूल में नया पुस्तकालय बनाना चाहिए ये सही कदम है पर अक्सर लोग इसे भूल जाते हैं

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    om biswas

    अक्तूबर 15, 2025 AT 09:07

    ऐसे लॉटरी जीत को देखकर लगता है कि सरकार की आर्थिक नीतियां सही दिशा में नहीं जा रही, क्योंकि आम लोगों को ऐसी बड़ी भाग्यशाली घटना पर भरोसा नहीं करना चाहिए।

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    sumi vinay

    अक्तूबर 16, 2025 AT 07:20

    भाई, अन्नूप की सफलता को देख कर हमें भी मेहनत में विश्वास रखना चाहिए, शायद अगली बार हमारी बारी आए!

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    Anjali Das

    अक्तूबर 17, 2025 AT 05:33

    लॉटरी जैसे खेल में जनता को फंदा बनाते हैं यह सरकार का धोखा है

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    Prince Raj

    अक्तूबर 18, 2025 AT 03:47

    भाई, इस केस में हम कह सकते हैं कि वित्तीय टूलकिट का इम्प्लीमेंटेशन जरूरी है ताकि अन्नूप जैसी जीतें स्केलेबल हो सकें और पूरे इकोसिस्टम को बूस्ट मिल सके।

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    Gopal Jaat

    अक्तूबर 19, 2025 AT 02:00

    अन्नूप की कहानी सुनते ही दिल थिरक उठता है, जैसे फिल्म में बड़े मोड़ पर सबके होठों पर आश्चर्य छा जाता है।

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    UJJAl GORAI

    अक्तूबर 20, 2025 AT 00:13

    हं, लॉटरी जीतना तो अब रोज़मर्रा की बात बन रही है, लेकिन असली सवाल यही है कि इस पैसे से कितनी ज़िन्दगी बदलती है और कितनी बस दिखावा?

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