यूरो 2024: क्वार्टरफाइनल में ज़ेरदान शाकिरी की अनुपस्थिति का कारण
यूरो 2024 की क्वार्टरफाइनल भिड़ंत में इंग्लैंड के खिलाफ स्विट्जरलैंड की टीम में शामिल ना होने वाले 32 वर्षीय ज़ेरदान शाकिरी को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं। शाकिरी, जो पूर्व में बायर्न म्यूनिख और लिवरपूल जैसी शीर्ष फुटबॉल क्लब्स का हिस्सा रह चुके हैं, इस टूर्नामेंट में केवल एक मैच में शुरुआत कर पाए हैं। उस मैच में, उन्होंने अपनी टीम के लिए स्कॉटलैंड के खिलाफ एक शानदार गोल किया था, जो उनकी क्षमता को एक बार फिर सबके सामने ले आया था।
शाकिरी का वैश्विक फुटबॉल करियर
132 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 32 गोल करने वाले शाकिरी का करियर बहुत ही शानदार रहा है। उनके नाम में विश्व फुटबॉल में एक अलग ही पहचान और मंडल है। बायर्न म्यूनिख और लिवरपूल के लिए खेलने के बाद, उन्होंने अपना करियर मेजर लीग सॉकर (MLS) की ओर मोड़ लिया। लेकिन, यह कदम उन्हे उनकी पूर्व-प्रतिष्ठा में खरा नहीं उतार पाया। वहां उन्होंने अपने फिटनेस का संघर्ष जारी रखा, और इसका प्रभाव उनके यूरो 2024 प्रदर्शन पर साफ दिखा।
स्विस टीम के कोच का फैसला
स्विट्जरलैंड के कोच मुरात याकिन ने शाकिरी को शुरुआती टीम में शामिल न करने पर गंभीर विचार किए। शाकिरी की फिटनेस और गेम टाइम में कमी के कारण, याकिन ने उन्हें इंपैक्ट सब्स्टीट्यूट के रूप में उपयोग करने का विकल्प चुना। कोच का मानना है कि शाकिरी के अनुभव और कौशल का उपयोग दूसरे हाफ में किया जा सकता है जब टीम को अतिरिक्त ऊर्जा और प्रेरणा की आवश्यकता हो। याकिन के इस फैसले को लेकर प्रशंसकों और विश्लेषकों के बीच मिश्रित प्रतिक्रियाएं आई हैं।
मैच की स्थिति और रणनीतियां
यह मुकाबला डसेलडॉर्फ एरीना में खेला जाना था, जहां इंग्लैंड की मजबूत टीम ने शुरुआती बढ़त लेने की रणनीति बनाई थी। दूसरी ओर, स्विट्जरलैंड की टीम ने अपनी डिफेंसिव रणनीति के तहत मैच को बराबरी पर रखने की कोशिश की। इस मुकाबले में इंग्लैंड के जूड बेलिंगहैम भी एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में शुरुआत कर रहे थे, जो इस मैच से पहले प्रतिबंध का सामना कर रहे थे।
फैंस की उम्मीदें और शाकिरी का योगदान
स्विस फैंस हर बार की तरह इस बार भी शाकिरी से ढेर सारी उम्मीदें लगाए बैठे हैं। उनकी अनुपस्थिति खिलाड़ी और फैंस दोनों के लिए एक कठिन समय साबित हो रही है। शाकिरी के खेल कौशल और अनुभव को मध्य में देखना हमेशा ही रोमांचक होता है। शाकिरी की विपक्षी टीम पर क्या प्रभाव पड़ सकता है, यह भी एक महत्वपूर्ण पहलू है।
अगले कदम
अब सभी की निगाहें शाकिरी के अगले कदम पर टिकी हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि वह अपने फिटनेस मुद्दों को कैसे हल करते हैं और आगामी मैचों में किस प्रकार का योगदान देते हैं। यहां तक कि अगर वह मेजर लीग सॉकर में खेलते हैं, तो भी उन्हें अपने फिटनेस को बनाए रखना होगा ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वे अपनी विशेष पहचान बनाए रख सकें।
स्विट्जरलैंड और इंग्लैंड की यह भिड़ंत एक और दिलचस्प अध्याय साबित हो सकती है। खेल के प्रति जोश और फैंस की उम्मीदें इस मुकाबले को और भी रोमांचक बना रही हैं।