जब हम अध्यक्षता, एक संस्था या संघ के प्रमुख पद पर रहने की प्रक्रिया और जिम्मेदारी. Also known as presidency, it defines who steers decisions, sets vision, and represents the body publicly. ये भूमिका सिर्फ नाम नहीं, बल्कि रणनीतिक दिशा‑निर्देशन का दायरा है। उदाहरण के तौर पर, BCCI अध्यक्ष, भारतीय क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख की अध्यक्षता पूरे क्रिकेट इकोसिस्टम को दिशा देती है, जबकि उप‑अध्यक्ष, सहायक नेतृत्व और विशेष पहल की निगरानी का काम सपोर्टिव रहता है। इन तीनों तत्वों के बीच स्पष्ट संबंध है: अध्यक्षता निर्णय लेने की शक्ति की माँग करती है, उप‑अध्यक्ष कार्यान्वयन को तेज़ बनाते हैं, और बोर्ड स्वयं खेल प्रशासन का मुख्य मंच है।
अध्यक्षता का असर केवल खेल तक सीमित नहीं है; यह प्रबंधन, वित्त, और सार्वजनिक नीति तक फैला है। जब कोई नया BCCI अध्यक्ष चुनता है, तो अक्सर उसके चयन में राजनैतिक समझ, आर्थिक समझ और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की जागरूकता देखी जाती है। यही कारण है कि राष्ट्रपति‑नुमा भूमिका को निभाने वाले लोगों को अक्सर "क्रिकेट प्रशासक" कहा जाता है, क्योंकि वे सिर्फ मैच नहीं, बल्कि पूरे उद्योग की भविष्य‑योजना बनाते हैं। इस प्रक्रिया में उप‑अध्यक्ष की भूमिका भी अहम होती है—वे अक्सर युवा प्रतिभाओं या नई तकनीकों को बोर्ड में लाते हैं, जिससे परिवर्तन सुगम होता है।
त्रयी समाचार में आप नीचे कई लेख पाएंगे जो अध्यक्षता से जुड़ी विविध कहानियों को कवर करते हैं: नया BCCI अध्यक्ष मिथुन मानहास कैसे चयनित हुआ, उप‑अध्यक्ष राजीव शुक्ला की प्राथमिकताएँ क्या हैं, और खेल प्रशासन के बदलते लेंस में मीडिया की भूमिका कैसी है। इन सभी बिंदुओं को समझकर आप न सिर्फ किसी पद की औपचारिक परिभाषा, बल्कि उसके वास्तविक प्रभाव को भी देख पाएँगे। नीचे की सूची में विभिन्न क्षेत्रों में अध्यक्षता के विभिन्न पहलुओं को दर्शाने वाले लेखों की विस्तृत श्रृंखला है, जिससे आपका ज्ञान और दृष्टिकोण दोनों विस्तारित होंगे।
सितंबर 29, 2025
मिथुन मानहास ने BCCI का नया अध्यक्ष पद संभाला, कोई स्थायी वेतन नहीं लेकिन दैनिक भत्ते, यात्रा सुविधाएँ और नई डिजिटल नीतियों की दास्तां।
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