जब मिथुन मानहास, पूर्व दिल्ली कप्तान, ने BCCI अध्यक्ष का पद संभाला, तो भारतीय क्रिकेट की तेज़ी से बदलती कोशिशों पर सबकी नज़रें टिकी हुई थीं। यह घोषणा वार्षिक सामान्य सभानई दिल्ली में हुई, जहाँ पिछले अगस्त 2025 में रॉजर बिन्नी ने स्वयंसेवा कारणों से इस्तीफ़ा दिया था।
पद की परिभाषा और वित्तीय पहलू
सिवाय व्यापारिक कंपनियों के, BCCI की अध्यक्षता एक सम्मानसह कार्य है—कोई ठोस वेतन नहीं, पर कई दैनिक भत्ते और सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
- भारत में आयोजित बैठक के लिए दैनिक भत्ता: ₹40,000।
- विदेशी मीटिंग में दैनिक भत्ता: USD 1,000 (लगभग ₹89,000)।
- भारत के भीतर आधिकारिक यात्रा हेतु दैनिक भत्ता: ₹30,000।
- आंतरिक यात्रा में बिजनेस क्लास, विदेश यात्रा में फर्स्ट‑क्लास या बिजनेस क्लास।
- आवास: मान्यताप्राप्त 5‑स्टार होटल के सुइट।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में मानहास ने कहा, "मैं इस पद को केवल गौरव नहीं, बल्कि जिम्मेदारी के रूप में देखता हूँ; मेरे लिए मुख्य लक्ष्य भारतीय क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर ले जाना है।"
नए कार्यकारिणी के प्रमुख चेहरे
मानहास के साथ कई अनुभवी चेहरे भी कार्यकारी बोर्ड में शामिल हुए। नीचे मुख्य पदों के साथ उनके मूल प्रदेश का उल्लेख है:
- राजीव शुक्ला – उपाध्यक्ष (उत्तर प्रदेश)।
- देवजित सैकिया – सचिव (असम)।
- प्रभतेज सिंह भाटिया – संयुक्त सचिव (छत्तीसगढ़)।
- रघुराम भट्ट – कोषाध्यक्ष (कर्नाटक)।
- अरुण सिंह धु्माल – IPL चेयरमैन (हिमाचल प्रदेश)।
- मामोन मज़ुमदार – IPL ग्रैज्युएट कॉन्सल्टेंट (मिजोरम)।
- जयदेव शाह – एपेक्स काउंसिल सदस्य (सौराष्ट्र)।
इनमें से कई ने पहले राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट प्रशासन में हिस्सा लिया है, इसलिए समझा जा सकता है कि बोर्ड के अंदर तालमेल जल्द ही बन जाएगा।
पिछले अध्यक्षों से तुलना: गैंगुली, बिन्नी, और मानहास का ‘अध्यक्षता‑संकल्प’
इतिहास में सिर्फ दो ही खिलाड़ी—सौरव गाँघुली (2014‑2017) और रॉजर बिन्नी (2023‑2025)—ने BCCI की शीर्ष कुर्सी संभाली है। दोनों ने अपने कार्यकाल में अलग‑अलग चुनौतियों का सामना किया: गाँघुली को बैंकरॉट (IPL) के विवाद, बिन्नी को डिफेंसिंग एंटी‑डोपिंग नीतियों के जाल।
अब मानहास को किन‑किन दायित्वों का सामना करना पड़ेगा, यह कई समीक्षक पूछ रहे हैं। एक क्रिकेट विश्लेषक, साक्षी शेखर, ने कहा, "मानहास को न केवल टीम के प्रदर्शन पर ध्यान देना होगा, बल्कि युवा टैलेंट की चनाई, बायो‑डेटा सुरक्षा, और आईपीएल‑ट्रैफ़िक मॉडल को भी अपडेट करना पड़ेगा।"
अर्थशास्त्रियों का मानना है कि BCCI के वार्षिक राजस्व ₹40‑50 बिलियन के आसपास रहने के कारण वित्तीय पारदर्शिता और खिलाड़ी कल्याण दोनों को संतुलित करना एक जटिल काम है।
भविष्य की संभावनाएँ: नई नीतियों की आशा और चुनौतियाँ
मानहास ने अपनी पहली सार्वजनिक सभा में वाक्यांश “डिजिटल इंडिया, स्मार्ट क्रिकेट” का प्रयोग किया। इसका मतलब है—डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से शॉट‑फ़ाइंडिंग, रिव्यू सिस्टम और वर्ल्ड‑क्लास डेटा एनालिटिक्स को इकाई‑स्तरीय रूप से अपनाना। यदि सफल हो, तो भारतीय टीम की तैयारी में क्रांतिकारी बदलाव आ सकता है।
दूसरी ओर, खिलाड़ी संघों द्वारा लगातार बताया जा रहा है कि ‘मानहास‑बाय‑मध्यम‑एक्स्पर्ट’ के कारण बॉलर‑बॉन्डिंग प्लेयरों को पर्याप्त मंच नहीं मिल रहा है। इस सिलसिले में नई टॉर्नामेंट लीज़ (जैसे कि ‘रन‑ए‑मिलियन’ डोमेस्टिक लीग) की संभावना पर चर्चा तेज़ हो रही है।
आने वाले महीनों में बडी़ टुर्नामेंट—WS 2026 (Women's World Cup) और ICC 2027 (Men’s World Cup) की तैयारियों में मानहास की रणनीति स्पष्ट होगी। यदि वह इन आयोजनों को सफलतापूर्वक संचालित कर पाते हैं, तो उनका नाम इतिहास में ‘दिशा‑निर्देशक’ के रूप में अंकित हो सकता है।
निष्कर्ष: मानहास के कंधों पर क्रिकेट का भविष्य
अंत में कहा जा सकता है कि BCCI के तीन सबसे बड़े पूर्व‑क्रिकेटरों में से अब चौथा, यानी मिथुन मानहास, इस पद को संगठित कर रहा है। उनका कार्यशैली, दायित्व‑परायणता और मौजूदा बोर्ड का समर्थन मिलकर भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की कुंजी हो सकती है। समय ही बतायेगा कि क्या वह अपने पूर्वजों की सफलता की परछाइयों को पार कर पाते हैं।
Frequently Asked Questions
मिथुन मानहास को BCCI अध्यक्ष बनने का मुख्य कारण क्या बताया गया?
बोर्ड ने बताया कि मानहास की खेलने‑के‑दौरान टीम‑नेतृत्व की क्षमता, प्रशासनिक समझ और युवा खिलाड़ियों के विकास में रुचि ने उन्हें इस पद के लिए उपयुक्त बनाया।
नए अध्यक्ष को मिलने वाले दैनिक भत्ते कितने हैं?
भारत में बैठकों के लिए ₹40,000, अंतरराष्ट्रीय बैठकों के लिए USD 1,000 (लगभग ₹89,000) तथा भारत के भीतर आधिकारिक यात्रा के लिए ₹30,000 दैनिक भत्ते तय किए गए हैं।
क्या BCCI के अध्यक्ष को वेतन मिलता है?
नहीं। यह पद केवल सम्मानसह (honorary) है और इसमें स्थायी वेतन नहीं, बल्कि दैनिक भत्ते, प्रथम‑श्रेणी यात्रा और लक्ज़री होटल आवास जैसी सुविधाएँ शुमार हैं।
नए कार्यकारिणी में कौन‑कौन से प्रमुख नाम हैं?
राजीव शुक्ला (उपाध्यक्ष), देवजित सैकिया (सचिव), प्रभतेज सिंह भाटिया (संयुक्त सचिव), रघुराम भट्ट (कोषाध्यक्ष), अरुण सिंह धु्माल (IPL चेयरमैन), मामोन मज़ुमदार (IPL ग्रैज्युएट कॉन्सल्टेंट) और जयदेव शाह (एपेक्स काउंसिल सदस्य) मुख्य पदों पर नियुक्त हुए हैं।
मानहास के कार्यकाल में किन नई नीतियों की उम्मीद है?
डिजिटल‑क्रिकेट पहल, युवा टैलेंट स्काउटिंग को मजबूत करना, महिला क्रिकेट के लिए विशेष लीग शुरू करना और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के लिए बुनियादी ढांचा सुधारने की योजनाएँ आधिकारिक रूप से सुर्खियों में आई हैं।