मिथुन मानहास बनें BCCI के नए अध्यक्ष: वेतन‑भत्ता और कार्यकाल की नई दिशा

Ranjit Sapre सितंबर 29, 2025 खेल 14 टिप्पणि
मिथुन मानहास बनें BCCI के नए अध्यक्ष: वेतन‑भत्ता और कार्यकाल की नई दिशा

जब मिथुन मानहास, पूर्व दिल्ली कप्तान, ने BCCI अध्यक्ष का पद संभाला, तो भारतीय क्रिकेट की तेज़ी से बदलती कोशिशों पर सबकी नज़रें टिकी हुई थीं। यह घोषणा वार्षिक सामान्य सभानई दिल्ली में हुई, जहाँ पिछले अगस्त 2025 में रॉजर बिन्नी ने स्वयंसेवा कारणों से इस्तीफ़ा दिया था।

पद की परिभाषा और वित्तीय पहलू

सिवाय व्यापारिक कंपनियों के, BCCI की अध्यक्षता एक सम्मानसह कार्य है—कोई ठोस वेतन नहीं, पर कई दैनिक भत्ते और सुविधाएँ उपलब्ध हैं।

  • भारत में आयोजित बैठक के लिए दैनिक भत्ता: ₹40,000
  • विदेशी मीटिंग में दैनिक भत्ता: USD 1,000 (लगभग ₹89,000)।
  • भारत के भीतर आधिकारिक यात्रा हेतु दैनिक भत्ता: ₹30,000।
  • आंतरिक यात्रा में बिजनेस क्लास, विदेश यात्रा में फर्स्ट‑क्लास या बिजनेस क्लास।
  • आवास: मान्यताप्राप्त 5‑स्टार होटल के सुइट।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति में मानहास ने कहा, "मैं इस पद को केवल गौरव नहीं, बल्कि जिम्मेदारी के रूप में देखता हूँ; मेरे लिए मुख्य लक्ष्य भारतीय क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर ले जाना है।"

नए कार्यकारिणी के प्रमुख चेहरे

मानहास के साथ कई अनुभवी चेहरे भी कार्यकारी बोर्ड में शामिल हुए। नीचे मुख्य पदों के साथ उनके मूल प्रदेश का उल्लेख है:

  • राजीव शुक्ला – उपाध्यक्ष (उत्तर प्रदेश)।
  • देवजित सैकिया – सचिव (असम)।
  • प्रभतेज सिंह भाटिया – संयुक्त सचिव (छत्तीसगढ़)।
  • रघुराम भट्ट – कोषाध्यक्ष (कर्नाटक)।
  • अरुण सिंह धु्माल – IPL चेयरमैन (हिमाचल प्रदेश)।
  • मामोन मज़ुमदार – IPL ग्रैज्युएट कॉन्सल्टेंट (मिजोरम)।
  • जयदेव शाह – एपेक्स काउंसिल सदस्य (सौराष्ट्र)।

इनमें से कई ने पहले राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट प्रशासन में हिस्सा लिया है, इसलिए समझा जा सकता है कि बोर्ड के अंदर तालमेल जल्द ही बन जाएगा।

पिछले अध्यक्षों से तुलना: गैंगुली, बिन्नी, और मानहास का ‘अध्यक्षता‑संकल्प’

इतिहास में सिर्फ दो ही खिलाड़ी—सौरव गाँघुली (2014‑2017) और रॉजर बिन्नी (2023‑2025)—ने BCCI की शीर्ष कुर्सी संभाली है। दोनों ने अपने कार्यकाल में अलग‑अलग चुनौतियों का सामना किया: गाँघुली को बैंकरॉट (IPL) के विवाद, बिन्नी को डिफेंसिंग एंटी‑डोपिंग नीतियों के जाल।

अब मानहास को किन‑किन दायित्वों का सामना करना पड़ेगा, यह कई समीक्षक पूछ रहे हैं। एक क्रिकेट विश्लेषक, साक्षी शेखर, ने कहा, "मानहास को न केवल टीम के प्रदर्शन पर ध्यान देना होगा, बल्कि युवा टैलेंट की चनाई, बायो‑डेटा सुरक्षा, और आईपीएल‑ट्रैफ़िक मॉडल को भी अपडेट करना पड़ेगा।"

अर्थशास्त्रियों का मानना है कि BCCI के वार्षिक राजस्व ₹40‑50 बिलियन के आसपास रहने के कारण वित्तीय पारदर्शिता और खिलाड़ी कल्याण दोनों को संतुलित करना एक जटिल काम है।

भविष्य की संभावनाएँ: नई नीतियों की आशा और चुनौतियाँ

मानहास ने अपनी पहली सार्वजनिक सभा में वाक्यांश “डिजिटल इंडिया, स्मार्ट क्रिकेट” का प्रयोग किया। इसका मतलब है—डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से शॉट‑फ़ाइंडिंग, रिव्यू सिस्टम और वर्ल्ड‑क्लास डेटा एनालिटिक्स को इकाई‑स्तरीय रूप से अपनाना। यदि सफल हो, तो भारतीय टीम की तैयारी में क्रांतिकारी बदलाव आ सकता है।

दूसरी ओर, खिलाड़ी संघों द्वारा लगातार बताया जा रहा है कि ‘मानहास‑बाय‑मध्यम‑एक्स्पर्ट’ के कारण बॉलर‑बॉन्डिंग प्लेयरों को पर्याप्त मंच नहीं मिल रहा है। इस सिलसिले में नई टॉर्नामेंट लीज़ (जैसे कि ‘रन‑ए‑मिलियन’ डोमेस्टिक लीग) की संभावना पर चर्चा तेज़ हो रही है।

आने वाले महीनों में बडी़ टुर्नामेंट—WS 2026 (Women's World Cup) और ICC 2027 (Men’s World Cup) की तैयारियों में मानहास की रणनीति स्पष्ट होगी। यदि वह इन आयोजनों को सफलतापूर्वक संचालित कर पाते हैं, तो उनका नाम इतिहास में ‘दिशा‑निर्देशक’ के रूप में अंकित हो सकता है।

निष्कर्ष: मानहास के कंधों पर क्रिकेट का भविष्य

अंत में कहा जा सकता है कि BCCI के तीन सबसे बड़े पूर्व‑क्रिकेटरों में से अब चौथा, यानी मिथुन मानहास, इस पद को संगठित कर रहा है। उनका कार्यशैली, दायित्व‑परायणता और मौजूदा बोर्ड का समर्थन मिलकर भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की कुंजी हो सकती है। समय ही बतायेगा कि क्या वह अपने पूर्वजों की सफलता की परछाइयों को पार कर पाते हैं।

Frequently Asked Questions

मिथुन मानहास को BCCI अध्यक्ष बनने का मुख्य कारण क्या बताया गया?

बोर्ड ने बताया कि मानहास की खेलने‑के‑दौरान टीम‑नेतृत्व की क्षमता, प्रशासनिक समझ और युवा खिलाड़ियों के विकास में रुचि ने उन्हें इस पद के लिए उपयुक्त बनाया।

नए अध्यक्ष को मिलने वाले दैनिक भत्ते कितने हैं?

भारत में बैठकों के लिए ₹40,000, अंतरराष्ट्रीय बैठकों के लिए USD 1,000 (लगभग ₹89,000) तथा भारत के भीतर आधिकारिक यात्रा के लिए ₹30,000 दैनिक भत्ते तय किए गए हैं।

क्या BCCI के अध्यक्ष को वेतन मिलता है?

नहीं। यह पद केवल सम्मानसह (honorary) है और इसमें स्थायी वेतन नहीं, बल्कि दैनिक भत्ते, प्रथम‑श्रेणी यात्रा और लक्ज़री होटल आवास जैसी सुविधाएँ शुमार हैं।

नए कार्यकारिणी में कौन‑कौन से प्रमुख नाम हैं?

राजीव शुक्ला (उपाध्यक्ष), देवजित सैकिया (सचिव), प्रभतेज सिंह भाटिया (संयुक्त सचिव), रघुराम भट्ट (कोषाध्यक्ष), अरुण सिंह धु्माल (IPL चेयरमैन), मामोन मज़ुमदार (IPL ग्रैज्युएट कॉन्सल्टेंट) और जयदेव शाह (एपेक्स काउंसिल सदस्य) मुख्य पदों पर नियुक्त हुए हैं।

मानहास के कार्यकाल में किन नई नीतियों की उम्मीद है?

डिजिटल‑क्रिकेट पहल, युवा टैलेंट स्काउटिंग को मजबूत करना, महिला क्रिकेट के लिए विशेष लीग शुरू करना और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के लिए बुनियादी ढांचा सुधारने की योजनाएँ आधिकारिक रूप से सुर्खियों में आई हैं।

ऐसी ही पोस्ट आपको पसंद आ सकती है

14 टिप्पणि

  • Image placeholder

    vikash kumar

    सितंबर 29, 2025 AT 19:40

    नव नियुक्त BCCI अध्यक्ष के लिए निर्धारित दैनिक भत्ते एवं प्रथम‑श्रेणी यात्रा प्रावधन, पारदर्शिता के नए मानक स्थापित करने हेतु समुचित मार्गदर्शक सिद्ध हो सकते हैं; तथापि, इस आध्यात्मिक पद के साथ संगत प्रशासनिक उत्तरदायित्वों का अथवा परिश्रम का स्तर, पूर्ववर्तियों की तुलना में उल्लेखनीय रूप से अधिक अपेक्षित है।

  • Image placeholder

    Anurag Narayan Rai

    सितंबर 29, 2025 AT 21:20

    मानहास जी ने अगर वास्तव में डिजिटल इंडिया की दास्तान को क्रिकेट में उतारना चाहा, तो पहले बेसिक इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना आवश्यक होगा।
    स्मार्ट विश्लेषण उपकरणों की परिपूर्णता के बिना, डेटा‑ड्रिवन रणनीति केवल उपरी रूप से ही चमकेगी।
    इसी कारण, बीसीसीआई को पहले छोटे‑स्तर के घरेलू टूर्नामेंट में लाइन‑अप ट्रैकिंग सॉफ्टवेयर को अनिवार्य करना चाहिए।
    फिर चाहे वह इण्डियन प्रीमियर लीग हो या स्थानीय राज्य स्तर की प्रतियोगिताएँ, सभी में एक ही मानक अपनाया जाना चाहिए।
    ऐसा करने से न केवल चयन प्रक्रियाओं में निष्पक्षता बढ़ेगी, बल्कि युवा प्रतिभा को पहचानने का तंत्र भी तेज़ हो जाएगा।
    दूसरी ओर, खिलाड़ी कल्याण के लिए निर्धारित भत्ते का वास्तविक मूल्यांकन आवश्यक है, क्योंकि केवल रकम ही नहीं, उनका उपयोगी होना भी महत्वपूर्ण है।
    एचआर विभाग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आवासीय सुविधाएँ पाँच‑स्टार होटल तक सीमित न रहें, बल्कि यात्रा‑के‑समय उचित मूल्य पर स्थानीय विकल्प भी उपलब्ध हों।
    एक और बिंदु जिसकी उपेक्षा नहीं की जा सकती, वह है बायो‑डेटा सुरक्षा; अतिदाता‑प्रसंग में डेटा लीक से पूरी खेल‑संस्कृति को जोखिम हो सकता है।
    इसलिए, आईटी सुरक्षा का मानदंड अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य हो, और सभी खिलाड़ियों के व्यक्तिगत डेटा को एन्क्रिप्शन के अंतर्गत रखा जाए।
    यदि ये सभी पहलें समय पर लागू हो जाएँ, तो अगले विश्व कप 2027 की तैयारी में भारत एक प्रीमियम मॉडल के रूप में स्थापित हो सकता है।
    वहीं, महिला क्रिकेट के लिए प्रस्तावित नई लीग को आर्थिक समर्थन के साथ-साथ सामाजिक स्वीकृति भी आवश्यक है।
    सरकार एवं निजी निवेशकों को मिलकर इस दिशा में निधि प्रदान करनी चाहिए, जिससे महिला खिलाड़ियों को भी समान मंच मिल सके।
    अंत में, मानहास जी की नेतृत्व शैली को यदि पारदर्शिता, नवाचार और खिलाड़ियों के अधिकारों के सम्मान के साथ संयोजित किया जाए, तो BCCI का भविष्य उज्ज्वल प्रतीत होता है।
    यह सिर्फ एक प्रशासनिक बदलाव नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट की समग्र परिपक्वता का संकेत है।
    समय के साथ, अगर यह दृष्टिकोण लगातार बनाए रखा गया, तो दुनियाभर में भारत का क्रिकेटी गौरव पुनः पुष्पित होगा।

  • Image placeholder

    Prakash Dwivedi

    सितंबर 29, 2025 AT 22:43

    मानहास द्वारा उठाए गए संकल्पों की गहराई को देख कर मुझे संवेदना के आँसू आ जाते हैं; उनका हर शब्द एक ज्वाला की तरह जलता है, जो भारतीय क्रिकेट के भविष्य को इंधन प्रदान करेगा।

  • Image placeholder

    Himanshu Sanduja

    सितंबर 30, 2025 AT 00:06

    सम्पूर्ण बात समझ में आयी, लेकिन इस ऊर्जा को सही दिशा में ले जाना ही असली जीत है।

  • Image placeholder

    Kiran Singh

    सितंबर 30, 2025 AT 01:30

    चलो भाई लोग, मानहास जी के साथ मिलकर नई लहर की शुरुआत करते हैं! 🏏🚀 हम सभी को इस यात्रा में साथ देना है, जैसे कोच खिलाड़ी को प्रेरित करता है।

  • Image placeholder

    Balaji Srinivasan

    सितंबर 30, 2025 AT 02:53

    भत्ते बढ़िया हैं, पर काम का बोझ भी बढ़ेगा।

  • Image placeholder

    Hariprasath P

    सितंबर 30, 2025 AT 04:16

    हे करिश्माई मानहास! तुम तो ऐसा लग रहे हो जैसे क्रिकेट की दुनिया में सुपरनोवा आ गया हो पर असल में सिर्फ ढीला प्रोजेक्ट ही है, समझो? फिर भी देखते हैं असली जलवा कब दिखाते हो।

  • Image placeholder

    Vibhor Jain

    सितंबर 30, 2025 AT 05:40

    वाह! अब तो BCCI के अध्यक्ष को भी थ्रेड्स में राज़ी‑राज़ी पढ़ना पड़ेगा, नहीं तो समय से पहले ही रिटायरमेंट की लिस्ट बन जाएगी।

  • Image placeholder

    Rashi Nirmaan

    सितंबर 30, 2025 AT 07:03

    देश के क्रीडा शासन में एतिहासिक परिवर्तन सम्पूर्ण राष्ट्र की महती जिम्मेदारी है; अतः मानहास महोदय को इस पद पर सम्पूर्ण भारत के हितों को सर्वोपरि मानना अति आवश्यक है।

  • Image placeholder

    Ashutosh Kumar Gupta

    सितंबर 30, 2025 AT 08:26

    मानहास के निर्णयों को मैं एक हिस्से में शहजादी कहूँगा, पर बाकी में उन्हीं का दिखावा एक बड़े दांव की तरह है, जिस पर हम सबको सावधानी से खेलना चाहिए।

  • Image placeholder

    fatima blakemore

    सितंबर 30, 2025 AT 09:50

    बोलते हैं न, हर बदलाव एक नई लहर लाता है; यदि इस लहर में हम सब मिलकर सर्फ़ करेंगे तो क्रिकेट की धारा कभी नहीं रुकेगी।

  • Image placeholder

    Sandhya Mohan

    सितंबर 30, 2025 AT 11:13

    जीवन की तरह क्रिकेट भी एक यात्रा है, जहाँ प्रत्येक मोड़ पर नई सीख होती है; मानहास जी की अगली यात्रा आशा है कि सभी के लिए समान अवसर लेकर आए।

  • Image placeholder

    Swetha Brungi

    सितंबर 30, 2025 AT 12:36

    मानहास के डिजिटल पहल की बात करें तो यह सिर्फ तकनीकी उन्नयन नहीं, बल्कि खिलाड़ियों की मानसिक तैयारी में भी क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है। नई डेटा एनालिटिक्स से बॉलर्स की गति, बैटर की प्रतिक्रिया समय का विस्तृत विश्लेषण संभव होगा। इससे कोचिंग सत्रों में व्यक्तिगत टैक्टिक्स को लागू करना आसान हो जाएगा। साथ ही, इस पहल से छोटे शहरों के उभरते खिलाड़ियों को भी स्काउटिंग नेटवर्क में शामिल किया जा सकता है, जिससे टैलेंट पाइपलाइन अधिक विस्तृत हो जाएगी। अंत में, यह सब तभी सफल होगा जब सभी स्तरों पर खुली संवाद प्रक्रिया स्थापित हो, जिससे प्रत्येक प्रतिभागी अपने विचार साझा कर सके।

  • Image placeholder

    Govind Kumar

    सितंबर 30, 2025 AT 14:00

    मानहास महोदय की नियोजित रणनीतियों को व्यवहार में लाने हेतु, सभी सदस्यगण को एकजुट होकर कार्य करना आवश्यक होगा; इस प्रकार हम भारतीय क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर ले जा सकते हैं।

एक टिप्पणी लिखें