भारी बारिश: क्या है असर और कैसे बचें?

पिछले हफ्ते कई शहरों में जबरदस्त भारी बारिश हुई, सड़कों पर जलभराव, घरों के नीचे पानी जमा हो गया और लोगों की दिनचर्या बिगड़ गई। अगर आप भी ऐसे मौसम में हैं तो जानना चाहते हैं कि क्या करना चाहिए, पढ़िए यह गाइड।

भारी बारिश के मुख्य असर

पहला असर अक्सर जलजमाव का होता है। मुंबई‑पुणे एक्सप्रेसवे से लेकर चेन्नई की पॉलिटेक्निक रोड तक कई प्रमुख राजमार्ग बंद हो गए। गाड़ियों में फँसे लोगों को पुलिस ने बचाने के लिए छोटी नावें भेजी। दूसरा, घरों में पानी का रिसाव—किचन और बाथरूम में सीलिंग टूट जाती है, जिससे धूल‑धक्के बनते हैं। तीसरा, बिजली कटौती: कई इलाकों में ट्रांसफ़ॉर्मर डुब गए या जल-शॉर्ट के कारण लाइट बंद हो गई।

बिजली की समस्या से सिर्फ़ रोशनियों ही नहीं, बल्कि अस्पताल‑इमरजेंसी और स्कूल भी प्रभावित होते हैं। इस दौरान कई किसान फसल क्षति की शिकायत कर रहे हैं; पानी का तेज बहाव खेतों में निचोड़ देता है, जिससे उपज घट जाती है।

सुरक्षित रहने के उपाय

सबसे पहले, मौसम विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या ऐप से रीयल‑टाइम अपडेट चेक करें। अगर चेतावनी ‘बाढ़’ या ‘जलस्तर बढ़ता’ दिखे तो बाहर निकलने से बचें। घर में रहकर नली, दरवाज़ा और खिड़की के नीचे वॉटर प्रूफ़ टेप लगाएँ; इससे पानी अंदर नहीं घुस पाएगा।

अगर आप अपने गाड़ी को बाहर छोड़ रहे हैं, तो उसे ऊँचे जगह पर पार्क करें या कंक्रीट की बेंच पर रखें। कार में जमे हुए जल से बचने के लिए फर्श मैट हटाएँ और ड्राइवर सीट नीचे रखी वस्तुएं सुरक्षित रखें।

बिजली के कारण अगर लाइट कट जाए तो टॉर्च, मोबाइल चार्जर और पोर्टेबल पावर बैंक को पहले से तैयार रखें। डॉक्टर की दवाईयों या प्राथमिक चिकित्सा किट को भी जल-रोधी बैग में रखें, ताकि आपातकाल में काम आएँ।

बच्चों और बुजुर्गों को पानी के किनारे से दूर रखें। अगर बाढ़ का स्तर बढ़ रहा हो तो घर के ऊपर वाले कमरे में या छत पर रहना बेहतर रहेगा। यदि बचाव टीम बुलानी पड़े, तो स्थानीय प्रशासन की हेल्पलाइन नंबर (112) पर तुरंत कॉल करें।

आखिर में, भारी बारिश के बाद सफाई भी जरूरी है। जल‑जमाव वाली जगहों को जल्दी साफ़ करें, क्योंकि गंदा पानी मच्छर और रोगजनक बन सकता है। यदि कोई बायोटॉक्सिन या कीटाणु दिखे तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

भारी बारिश के समय जागरूकता ही सुरक्षा का मूलमंत्र है। सही जानकारी, तैयारियां और सतर्क रहना आपको और आपके परिवार को बचा सकता है। आगे भी ताज़ा मौसमी खबरों और बचाव टिप्स के लिए त्रयी समाचार पर बने रहें।

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