महिला क्रिकेट विश्व कप एक ऐसा टूर्नामेंट है जो सिर्फ खेल नहीं, बल्कि एक सामाजिक बदलाव का प्रतीक है। महिला क्रिकेट विश्व कप, आईसीसी द्वारा आयोजित दुनिया की सबसे बड़ी महिला क्रिकेट प्रतियोगिता, जिसमें देशों की टीमें अपनी क्षमता, जुनून और रणनीति के साथ टकराती हैं। यह टूर्नामेंट केवल जीत-हार का मुद्दा नहीं, बल्कि युवा लड़कियों के लिए एक प्रेरणा बन गया है। आज जब एक बच्ची अपने घर के छत पर बैट घुमाती है, तो वह न सिर्फ राहुल द्रविड़ को नहीं, बल्कि टज़मिन ब्रिट्स या नश्रा संधु को भी याद करती है।
टज़मिन ब्रिट्स, दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाज़, जिन्होंने एक शतक के बाद तीर-धार जश्न मनाया, जिसे गलत तरीके से राजनीतिक संदेश समझा गया। आईसीसी ने इसे गलत सूचना बताया, लेकिन उनका जोश दुनिया भर की महिलाओं के लिए एक नया मानक बन गया। वहीं, नश्रा संधु, पाकिस्तान की पहली महिला खिलाड़ी जिन्होंने विश्व कप में हिट-विकेट किया, और उसके बाद सोशल मीडिया पर छाए इशारे को लेकर विवाद भी छिड़ गया। ये दोनों खिलाड़ी अलग-अलग देशों से हैं, लेकिन एक ही चीज़ से जुड़ी हैं — वह है विश्व कप का मैदान।
भारत की महिला टीम भी इस टूर्नामेंट में अपनी जगह बना रही है। आईसीसी के नियमों के खिलाफ विवादास्पद इशारों के बाद भी टीम ने अपनी धैर्य और क्षमता दिखाई। क्या आप जानते हैं कि इस टूर्नामेंट में एक ही मैच में दो देशों के खिलाड़ियों के बीच लड़ाई नहीं, बल्कि एक दृष्टिकोण का टकराव होता है? यहाँ आपको ऐसे ही अनसुने पल, अनकहे तथ्य और ऐतिहासिक पल मिलेंगे।
इस पेज पर आपको महिला क्रिकेट विश्व कप से जुड़ी हर बड़ी खबर मिलेगी — चाहे वो टीम के बदलाव हो, खिलाड़ियों के रिकॉर्ड हो, या फिर उन छोटे इशारों का जिन्हें कोई नहीं देखता। ये खबरें सिर्फ रिपोर्ट नहीं, बल्कि जीवन की कहानियाँ हैं।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच आईसीसी महिला विश्व कप फाइनल 2025 में भारत को दो विकेट से इतिहास रचने का मौका मिला है। हरमनप्रीत कौर और लौरा वोल्वार्ड्ट की टीमें नवी मुंबई में लड़ रही हैं।
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