पेरिस 2024 ओलंपिक्स में अमन सहरावत ने पुरुषों की 57 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती में ब्रॉन्ज मेडल जीता

पेरिस 2024 ओलंपिक्स में अमन सहरावत ने पुरुषों की 57 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती में ब्रॉन्ज मेडल जीता
Tarun Pareek
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पेरिस 2024 ओलंपिक्स में अमन सहरावत ने पुरुषों की 57 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती में ब्रॉन्ज मेडल जीता

पेरिस 2024 ओलंपिक्स में अमन सहरावत की शानदार जीत

भारतीय कुश्ती की दुनिया में एक नया सितारा उदित हुआ है। 21 वर्षीय अमन सहरावत ने पेरिस 2024 ओलंपिक्स में पुरुषों की 57 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। सहरावत ने प्यूर्टो रिको के डेरियन क्रूज़ को 13-5 के स्कोर से हराया और यह जीत उन्हें व्यक्तिगत ओलंपिक पदक जीतने वाले सबसे युवा भारतीय पहलवान बना दिया।

अमन की सफलता की कहानी प्रेरणादायक है। वे कम उम्र में ही अपने माता-पिता को खो चुके थे और उनके पालन-पोषण का जिम्मा उनके चाचा और मौसी ने संभाला। उनके दादा मंगेराम सहरावत ने उन्हें कुश्ती में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया।

सहरावत की प्रोफेशनल यात्रा

सहरावत की कुश्ती की यात्रा भी उतनी ही शानदार है जितनी उनकी व्यक्तिगत जीवन की। उन्होंने 2021 में पहली बार नेशनल चैंपियनशिप का खिताब जीता था और उसके बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा है। 2022 में एशियन गेम्स में कांस्य पदक और 2023 एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर उन्होंने अपने आप को स्थापित किया।

पेरिस ओलंपिक्स में उनके प्रदर्शन ने सभी को चौंका दिया। उन्होंने राउंड वन और क्वार्टर फाइनल में शानदार जीत दर्ज की। हालांकि सेमीफाइनल में जापान के रेई हिगुची से हार गए, लेकिन सहरावत ने कांस्य पदक मैच में पूर्ण आत्मविश्वास के साथ वापसी की और जीत दर्ज की।

भारतीय कुश्ती में नई उम्मीद

भारतीय कुश्ती में नई उम्मीद

अमन सहरावत का कांस्य पदक भारत के लिए खास है क्योंकि इससे भारतीय कुश्ती में एक नई उम्मीद जगी है। यह जीत भारतीय कुश्ती की मेडल टैली को सात ओलंपिक पदकों तक ले जाती है, जिनमें दो रजत और पांच कांस्य पदक शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सहरावत की इस जीत की सराहना की। उन्होंने न सिर्फ उन्हें बल्कि अन्य भारतीय एथलीट्स जैसे कि नीराज़ चोपड़ा को पुरुषों की भाला फेंक में रजत पदक जीतने पर बधाई दी और पाकिस्तान के अर्शद नदीम को इसी इवेंट में ओलंपिक रिकॉर्ड बनाने पर भी सराहा।

अमन सहरावत की यह जीत उनके प्रति भारतीय युवाओं के लिए एक प्रेरणा है कि अटल इरादों और मजबूत मेहनत से सपनों को साकार किया जा सकता है।

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