भारत महिला क्रिकेट टीम, भारत की राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम है जो अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व करती है और आईसीसी के तहत खेलती है. यह टीम अब सिर्फ खेल नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव का प्रतीक बन चुकी है। पहले जहां महिलाओं के खेल को नजरअंदाज किया जाता था, अब ये खिलाड़ियां स्टेडियम में भीड़ लाती हैं, सोशल मीडिया पर ट्रेंड करती हैं और बच्चियों के लिए प्रेरणा बन रही हैं।
आईसीसी महिला विश्व कप, क्रिकेट की सबसे बड़ी महिला टूर्नामेंट है जहां भारत की टीम हर बार नए इतिहास की रचना कर रही है. 2025 के विश्व कप में नश्रा संधु ने एक हिट-विकेट से पाकिस्तान के खिलाफ इतिहास रचा, जबकि टज़मिन ब्रिट्स का तीर-धार जश्न सोशल मीडिया पर गलत अर्थों से भर गया। ये घटनाएं सिर्फ खेल की नहीं, बल्कि संदेशों की ताकत को दिखाती हैं। टीम के लिए अब हर शॉट, हर इशारा, हर जीत एक संदेश बन जाती है।
BCCI, भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड है जो इस टीम के विकास और व्यवस्था का जिम्मा संभालता है. अब यह बोर्ड सिर्फ टीम को खेलने का मौका नहीं दे रहा, बल्कि उनकी आवाज़ को सुन रहा है। वेतन, बोनस, ट्रेनिंग सुविधाएं और लॉगिस्टिक समर्थन में बदलाव आ रहे हैं। अब ये खिलाड़ियां अपनी टीम के नाम से पहचानी जाती हैं, न कि किसी पुरुष टीम की छाया में।
इस टीम के साथ जुड़े नए नाम भी धीरे-धीरे चर्चा में आ रहे हैं। जिन्होंने अभी तक टीवी पर नाम नहीं सुना था, वे अब विश्व कप के मैचों में शतक लगा रही हैं। उनकी बॉलिंग, बैटिंग और फील्डिंग की रणनीति में बदलाव आ रहा है। विवाद भी हुए हैं — विदा इशारों पर चेतावनी, सोशल मीडिया पर गलत जानकारी, और राजनीति का खेल में घुलना। लेकिन इन सबके बीच, टीम ने अपनी पहचान बनाई है।
यहां आपको उन्हीं खबरों का संग्रह मिलेगा जो इस टीम के जीवन को बदल रही हैं — जीत के उत्सव, विवादों का खुलासा, नए खिलाड़ियों की उत्पत्ति और बोर्ड के फैसले। ये सिर्फ खेल की खबरें नहीं, बल्कि एक नए युग की शुरुआत हैं।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच आईसीसी महिला विश्व कप फाइनल 2025 में भारत को दो विकेट से इतिहास रचने का मौका मिला है। हरमनप्रीत कौर और लौरा वोल्वार्ड्ट की टीमें नवी मुंबई में लड़ रही हैं।
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