दिल्ली में लगातार तेज़ बारिश ने कई बार बाढ़ की झंझट पैदा की है। अगर आप दिल्ली में रहते हैं या यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो इस लेख में हम बताएंगे कि बाढ़ कब और कहाँ हो रही है, क्या कर सकते हैं बचाव के लिए, और किन चीज़ों का ध्यान रखें। सीधे बात करते हैं, बिना किसी जटिल शब्दों के।
इंडियन मौसम विभाग (IMD) ने हाल ही में दिल्ली, यूपी, हरियाणा‑पंजाब के लिए 48‑घंटे का भारी बारिश अलर्ट जारी किया है। बारिश का मुख्य कारण मॉनसून की नमी‑भरी हवाएं और बागलादेश के साथ मिलकर बनती दक्षिण‑पश्चिमी मौसमी प्रवाह है। जब लगातार बारिश होती है, तो नालों का जल स्तर तेज़ी से बढ़ता है, कुछ जगहों पर जल‑जमा‑होना अड़चन बन जाता है, और सड़कें और घर पानी में डूबने लगते हैं।
पिछले कुछ दिनों में दिल्ली के यमुना, रिम्पा, बड़रॉय सिटी के कई हिस्सों में पानी का स्तर तैरे 2‑3 मीटर तक पहुँच गया था। इससे ट्रैफिक जाम, स्कूल बंद, और कई लोगों को अपने घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। यदि आप इन क्षेत्रों में रहते हैं, तो तुरंत अपने निकटतम नाका या ड्रेनेज की स्थिति देखें और जरूरत पड़ने पर उच्चतर जगहों पर शिफ्ट हों।
1. सूचना पर नजर रखें – IMD या दिल्ली सरकार के आधिकारिक ऐप्स जैसे ‘Weather India’ या ‘Delhi Police’ से रीयल‑टाइम अलर्ट मिलते रहें। अलर्ट मिलने पर तुरंत तैयारी शुरू करें।
2. इमरजेंसी किट तैयार रखें – टॉर्च, बैटरी, प्राथमिक चिकित्सा किट, पानी की बोतल, कुछ नकद और मोबाइल चार्जर को वाटर‑प्रूफ बैग में रखें। एक छोटी बैकपैक में ये सामान रख लेना पर्याप्त है।
3. ऊँची जगह पर शिफ्ट हों – यदि आपका घर निचले स्तर पर है, तो तुरंत आस‑पास की ऊँची इमारत, स्कूल या कम्युनिटी सेंटर में जाएँ। सार्वजनिक शेल्टर की जानकारी स्थानीय प्रशासन की वेबसाइट पर मिलती है।
4. सड़क यात्रा से बचें – बाढ़ वाले रास्तों पर गाड़ी चलाने से फँसने का खतरा रहता है। यदि यात्रा आवश्यक है, तो लोकल बस, मेट्रो या टॉक्सी की बजाय हाईवे पर वैकल्पिक मार्ग खोजें।
5. बिजली और गैस बंद करें – पानी के साथ इलेक्ट्रिक उपकरण या गैस लाइन भी जोखिम में पड़ते हैं। यदि पानी आपके घर में प्रवेश कर रहा है, तो मुख्य स्विच और गैस वाल्व़ बंद कर दें।
6. बचाव टीम को सहयोग दें – अगर स्थानीय बचाव दल या पुलिस आपसे मदद मांगते हैं, तो जानकारी दें या प्राथमिक सहायता प्रदान करें। यह न केवल आपके पड़ोस की सुरक्षा में मदद करता है, बल्कि आपके लिए भी आगे की मदद का रास्ता खोलता है।
दिल्ली बाढ़ के मौसम में सबसे बड़ी चीज़ है तैयार रहना। अगर आप इन सरल कदमों को अपनाते हैं, तो न केवल खुद को बल्कि अपने परिवार और पड़ोसियों को भी सुरक्षित रख सकते हैं। याद रखें, बाढ़ जल्दी आती है, लेकिन तैयारी में देर नहीं करनी चाहिए।
अगर आप अभी भी परेशान हैं या मदद चाहिए, तो दिल्ली सरकार के हेल्पलाइन नंबर 112 पर कॉल करके तुरंत सहायता ले सकते हैं। सुरक्षित रहें और सतर्क रहें।
सितंबर 4, 2025
यमुना का जलस्तर 207.43 मीटर पर पहुंचा, 1963 के बाद तीसरा सबसे ऊंचा स्तर। 12,000 से ज्यादा लोगों को निचले इलाकों से निकाला गया, 38 राहत शिविर चालू। दिल्ली के कई हिस्सों में ट्रैफिक और नागरिक सेवाएं बाधित। भारी बारिश और हाथनिकुंड बैराज से बड़े डिस्चार्ज ने हालात बिगाड़े। उत्तर भारत में भीषण बाढ़ और भूस्खलन से कम-से-कम 90 मौतें।
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