जब आप रथ यात्रा को देखते हैं, तो यह एक विशाल कारवाँ है जिसमें देवता के रथ घुड़सवारी के साथ धूमधाम से चलते हैं। यह यात्रा मुख्यतः जगन्नाथ द्वीप, पुरी, ओडिशा से शुरू होती है और कई शहरों से गुजरते हुए भारत के विभिन्न कोनों में जानी‑मानी होती है। इस यात्रा को कभी‑कभी "पोगोला" भी कहा जाता है, और यह हिंदू सांस्कृतिक परम्परा का अहम हिस्सा है। Jagannath Rath Yatra के नाम से भी मशहूर है।
अब बात करते हैं जगन्नाथ की, जिसे त्रिदेव में माना जाता है। जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रूप में इस रथ यात्रा में तीन रथ प्रयोग होते हैं, जहाँ प्रत्येक रथ का अपना महत्व है। यह त्रिकुंडलीय देवता पुरी के शंकर विश्वनाथ मंदिर में विराजमान है और प्रत्येक वर्ष हजारों भक्त इन रथों को खींचने का सौभाग्य पाते हैं।
रथ यात्रा का भौगोलिक केंद्र ओडिशा है, जहाँ पुरी में पहला रथ निकला था। ओडिशा का समुद्र तट, ब्रह्मरावेश्वर मंदिर और दिव्य परिदृश्य इस यात्रा को और आकर्षक बनाते हैं। यहाँ के स्थानीय लोग और चित्रकार इस आयोजन को अपनी पहचान मानते हैं, और हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं।
तीन प्रमुख रथों में से सबसे बड़ा रथ पोगोला कहलाता है। पोगोला का अर्थ है "भारी रथ", और यह आमतौर पर लकड़ी, सिरेमिक और सोने की सजावट से बना होता है। इस रथ को खींचने की जिम्मेदारी प्रसादियों के पास होती है, और यह दर्शकों को महाकाव्य दृश्य प्रदान करता है।
रथ यात्रा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सामाजिक संगम भी है। चाहे आप पुरी की गलियों में हों या कहीं दूर के शहर में, इस यात्रा में भागीदारी करने वाले लोग समान उत्साह और श्रद्धा दिखाते हैं। इस कारवाँ में शामिल होते हैं भिक्षु, धार्मिक यात्री, संगीतकार, और स्थानीय कलाकार, जो सभी मिलकर इस यात्रा को जीवंत बनाते हैं।रथ यात्रा से जुड़ी खबरें, अपडेट और विश्लेषण यहाँ मिलेगी, जिससे आप इस महोत्सव की ताज़ा जानकारी तुरंत पा सकते हैं।
जब आप नीचे दी गई सूची को देखेंगे, तो आपको पता चलेगा कि इस पेज पर रथ यात्रा से संबंधित आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक पहलुओं की विस्तृत कवरेज है। चाहे सोने की कीमतों जैसी वित्तीय खबरें हों, या क्रिकेट या त्योहारों की ताज़ा घटनाएँ, यहाँ सबका संक्षिप्त सार मिलता है, जो रथ यात्रा के समय के माहौल को समझने में मदद करता है। अब नीचे देखिए हमारे चयनित लेख, जो इस पवित्र कारवाँ को नई दृष्टि से प्रस्तुत करते हैं।
अक्तूबर 14, 2025
RBI ने ओडिशा और मणिपुर में रथ यात्रा के कारण 27 जून को बैंक छुट्टी घोषित की। डिजिटल सेवाएँ जारी रहेंगी, जबकि 28‑30 जून के अन्य शेड्यूल भी बताए गए।
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